भारत का शिक्षित और आत्मनिर्भर होना ही वास्तविक स्वतंत्रता है : प्रशांत कुमार

जीराबाद रोड स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय के डा. भीमराव अंबेडकर कालेज के समाज कार्य विभाग ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रवींद्रनाथ टैगोर भारत की आजादी में भूमिका संघर्ष व शिक्षा विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:55 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 06:31 PM (IST)
भारत का शिक्षित और आत्मनिर्भर होना ही वास्तविक स्वतंत्रता है : प्रशांत कुमार
प्रोफेसर प्रशांत कुमार घोष ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर ने भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वजीराबाद रोड स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय के डा. भीमराव अंबेडकर कालेज के समाज कार्य विभाग ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रवींद्रनाथ टैगोर: भारत की आजादी में भूमिका, संघर्ष व शिक्षा विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्य वक्ता विश्व भारती यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर प्रशांत कुमार घोष ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर ने भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

टैगोर की विश्वस्तरीय प्रसिद्धि उनके वैश्विक एकीकरण व बंधुत्व के भाव के कारण हुई। गुप्त रूप से उन्होंने हमेशा अपने देश और देशवासियों को ब्रिटिश राज से मुक्त करने के भरसक प्रयास किए। उनका मानना था वास्तविक स्वतंत्रता तभी प्राप्त की जा सकती है जब भारतीय लोग उचित रूप से शिक्षित और आत्मनिर्भर होंगे।

साथ ही दूसरे वक्ता आनंदा शिक्षा निकेतन के संस्थापक बाबर अली ने कहा कि जन्म से गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर एक निडर स्वतंत्र थे, सभी प्रकार के बंधनों से मुक्त थे। भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त कराना ही टैगोर के जीवन का एक महान सपना था।

बाबर अली ने कहा कि हमारे देश के शूरवीरों ने जो सपना देखा था उन्हें फिर से याद करते हुए आजादी के अमृत भाव को जन-जन तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। इस मौके पर कार्यक्रम समन्वयक किसलय कुमार सिंह, सहसंयोजक कुमार सत्यम, नोडल अधिकारी दलजीत कौर, डा. रिचा चौधरी सहित कालेज के सभी शिक्षक, विद्यार्थी व गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों ने भाग लिया।

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