Delhi News: फिटनेस मॉडल से राष्ट्रीय स्तर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ पावर लिफ्टर बनीं रजनी

24 साल की रजनी ने दस साल के छोटे से अंतराल में फिटनेस मॉडल से राष्ट्रीय स्तर का पावर लिफ्टर बनने का सफर तय किया है। राज्य स्तर पर आयोजित पावर लिफ्टिंग में दस और राष्ट्रीय स्तर की पावर लिफ्टिंग खेल प्रतियोगिताओं में पांच स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 05:30 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 12:18 PM (IST)
Delhi News: फिटनेस मॉडल से राष्ट्रीय स्तर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ पावर लिफ्टर बनीं रजनी
रजनी मल्लाह ने अपना नाम राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों के बीच शुमार किया है।

बिरंचि सिंह, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली के उत्तम नगर में रह रही 24 वर्षीय युवती ने दस वर्ष के छोटे से अंतराल में फिटनेस मॉडल से राष्ट्रीय स्तर का पावर लिफ्टर बनने का सफर तय किया है। इस दौरान राज्य स्तर पर आयोजित पावर लिफ्टिंग में दस और राष्ट्रीय स्तर की पावर लिफ्टिंग खेल प्रतियोगिताओं में पांच स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। नाम है रजनी मल्लाह। तीन साल के एक छोटे से अंतराल में रजनी मल्लाह ने अपना नाम राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों के बीच शुमार कर चुकी है।

यह अलग बात है कि जिस समाज में लड़कियों को घर से बाहर निकलने की आजादी नहीं है। उस मल्लाह परिवार की इस बेटी ने अब तक यह देश के एक राज्य से दूसरे राज्य तक की सफर बेखौफ करती है और पदक बटोरती रहती हैं। अपने साथ अपने परिवार और समाज का नाम रोशन कर रही। रजनी मल्लाह की माता का मीनाक्षी मल्लाह, पिता रमेश मल्लाह और मामा संजय कश्यप कोच का भी भरपूर सहयोग मिल रहा।

देश की सरकारों ने पावर लिफ्टिंग को आगे बढ़ाया तो निश्चित तौर पर रजनी मल्लाह देश की आन बान और शान में चार चांद लगाती नजर आएंगी। रजनी मल्लाह की पढ़ाई लिखाई परिवार में किसी अनहोनी घटना की वजह से बीच में रुक गई थी। लेकिन अब पढ़ाई लिखाई नियमित कर दी है। अपने छोटे भाई के साथ वे भी दसवीं की पढ़ाई कर रही है। हर दिन चार से पांच घंटे जिम में अभ्यास करती हैं। जो वर्षों पहले मध्यप्रदेश के छत्तरपुर से आकर दिल्ली में आकर बसे हैं। 

रजनी मल्लाह पहली बार इंडियन बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन के तहत घिटोरनी गुरुग्राम में 2018 में आयोजित फिटनेस मॉडल प्रतियोेगिता में हिस्सा लिया। जिसमें अव्वल रहीं व स्वर्ण पदक विजेता घोषित हुई। वर्ल्ड पावर लिफ्टिंग कांग्रेस द्वारा नोएडा मेंं 22 दिसंबर 2020 में आयोजित स्काव्ड चैंपियनशिप में अपने 67.5 किलोग्राम भार वर्ग में पहले स्थान पर रही। यहां भी स्वर्ण पदक विजेता घोषित हुई। 67.5 किलोग्राम भार वर्ग में ही 24-25 जनवरी 2020 में तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली में रैंबो क्लासिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता बनीं।

पावर स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा जयपुर में 2020 के दौरान आयोजित राजस्थान स्ट्रांग वूमैन चैंपियनशिप में अपने फूल पावर लिफ्टिंग के 67.5 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इसी वर्ग में 19-22 दिसंबर 2020 के दौरान बेगमपुर, बवाना, दिल्ली में इंडियन पॉवर लिफ्टर फेडरेशन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक मिला। इस तरह से तीन साल के भीतर लगातार पांच स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया।

दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान रजनी मल्लाह ने कहा कि हमारे समाज में लड़कियों को घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी लेकिन उनके इस तरह से खेल प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रर्दशन के बाद समाज में इज्जत बढ़ी है। पहली बार जब फिटनेस मॉडल में स्वर्ण पदक मिला इसके बाद ये आत्मविश्वास से भर गई। इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा।

रजनी मल्लाह बताती है कि उनके मामा संजय कश्यम के ही जिम में अभ्यास करती हैं। वे ही उनके कोच हैं । वे बताती हैं अमूमन, लड़कियों को अपना वजन घटाने का प्रचलन है इसलिए वे भी जिम में वजन घटाने के उद्देश्य से ही गई थी। लेकिन मामा ने मनाकर दिया और पावर लिफ्टिंग में कैरियर बनाने की सलाह दी। 

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