दिल्ली मेट्रो पहले की तरह प्रतिदिन 65 लाख यात्रियों को सफर कराने को तैयार: हरदीप पुरी
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि नजफगढ़-ढांसा बार्डर स्टैंड तक मेट्रो का विस्तार होने से दिल्ली एसीआर में दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 392 किलोमीटर हो गया है। वहीं देश में 733 किलोमीटर नेटवर्क पर मेट्रो सेवा उपलब्ध है। वर्ष 2022 तक देश में मेट्रो का नेटवर्क 900 किलोमीटर हो जाएगा।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली मेट्रो जल्द ही यात्रियों की पूरी क्षमता के साथ रफ्तार भर सकती है। शनिवार को ग्रे लाइन के नजफगढ़-ढांसा बार्डर बस स्टैंड कारिडोर पर मेट्रो के परिचालन का शुभारंभ करने के बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस तरफ इशारा किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले देश में प्रतिदिन मेट्रो में 85 लाख यात्री सफर करते थे, इसमें से करीब 65 लाख यात्री अकेले दिल्ली मेट्रो से सफर करते थे। कोरोना के दौरान दिल्ली मेट्रो कुछ समय के लिए बंद रही। बाद में दोबारा परिचालन शुरू हुआ लेकिन अभी कम संख्या में यात्री सफर करते हैं। बदलते परिस्थितियों के साथ अब हम और दिल्ली मेट्रो रेल निगम तैयार हैं कि मेट्रो में दोबारा प्रतिदिन 65 लाख या उससे भी अधिक यात्री सफर कर सकें।
खड़े होकर यात्रा करने पर डीडीएमए लेगा फैसला
हालांकि, मेट्रो में यात्रियों के खड़े होकर सफर करने के स्वीकृति पर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ही फैसला करेगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना के मद्देनजर मेट्रो में अभी यात्रियों के खड़े होकर सफर करने की स्वीकृति नहीं है। मौजूदा समय में बैठने की सौ फीसद क्षमता के साथ मेट्रो के परिचालन का प्रविधान है। मेट्रो कोच का डिजाइन इस तरह है कि अधिक यात्री खड़े रह सकें। एक कोच में करीब 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता होती है। जबकि एक कोच में करीब 350 यात्रियों के सफर करने की क्षमता होती है। हालांकि, कोरोना के मद्देनजर बैठने की सौ फीसद क्षमता के साथ परिचालन का प्रविधान होने के बावजूद यह सच है कि कुछ यात्री मेट्रो में खड़े होकर भी सफर करते हैं। फिर भी डीएमआरसी मौजूदा समय में 20 फीसद क्षमता के साथ ही परिचालन होने का दावा करता रहा है।
वर्ष 2022 तक देश में 900 किलोमीटर नेटवर्क पर उपलब्ध होगी मेट्रो की सुविधा
बहरहाल, हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि नजफगढ़-ढांसा बार्डर स्टैंड तक मेट्रो का विस्तार होने से दिल्ली एसीआर में दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 392 किलोमीटर हो गया है। वहीं देश में 733 किलोमीटर नेटवर्क पर मेट्रो सेवा उपलब्ध है। वर्ष 2022 तक देश में मेट्रो का नेटवर्क 900 किलोमीटर हो जाएगा। इसके अलावा एक हजार किलोमीटर अतिरिक्त मेट्रो नेटवर्क के निर्माण का काम चल रहा है। इसलिए अगले कुछ सालों में देश भर में मेट्रो का नेटवर्क करीब दो हजार किलोमीटर हो जाएगा, जो महानगरों के परिवहन सुविधा के लिए बेहद जरूरी है।
दिल्ली बनेगी दुनिया में सबसे सुंदर
दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए मेट्रो एक शुरुआत भर है। दिल्ली को दुनिया का सबसे सुंदर शहर बनाना है। हरियाणा से रैपिड रेल के विस्तार के लिए लगातार केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। इसलिए रैपिड रेल की कुछ नई परियोजनाएं भी आएंगी। लिहाजा आने वाले समय में दिल्ली एनसीआर में मेट्रो व रैपिड रेल का नेटवर्क बहुत बड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि आने वाली परियोजनाओं में भी दिल्ली सरकार सहयोग करेगी। सरकार अंतत: अच्छी सेवाएं देने के लिए है, मेट्रो उसका एक उदाहरण है।