Delhi Metro: मेट्रो स्टेशनों के बाहर लगी लंबी-लबी लाइनें, यात्रियों ने सुनाई पीड़ा तो DMRC ने दिया ये जवाब

Delhi Metro Service News मेट्रो के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल का कहना है कि स्टेशनों के बाहर लंबी कतारें देखी गई हैं क्योंकि ट्रेन के अंदर यात्रियों की संख्या पर प्रतिबंध के कारण स्टेशनों में प्रवेश को नियंत्रित किया जाता है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:39 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:12 AM (IST)
Delhi Metro: मेट्रो स्टेशनों के बाहर लगी लंबी-लबी लाइनें, यात्रियों ने सुनाई पीड़ा तो DMRC ने दिया ये जवाब
मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो यात्रियों की कतार। सभी फोटो- ध्रुव कुमार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के इस दौर में दिल्ली मेट्रो प्रबंधन इन दिनों कोरोना नियमों को लेकर सतर्क है। इसके चलते मेट्रो स्टेशनों के बाहर लोगों की लंबी कतारें लग रही हैं। लोगों को एक घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं, स्टेशनों के बाहर कतार में खड़े लोग कोरोना के नियमों को तोड़ रहे हैं। लोग शारीरिक दूरी के नियम की अनदेखी कर रहे हैं। साथ ही कुछ लोग बिना मास्क के भी कतार में खड़े होकर एक दूसरे से बात कर रहे हैं।

उद्योग भवन, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, करोलबाग, मंडी हाउस व राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशनों के बाहर दोपहर दो बजे से ही लंबी कतार लग रही है। एक-एक कर स्टेशन के अंदर लोग प्रवेश कर रहे हैं। स्टेशन के अंदर घुसते ही लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन से होकर गुजरना होता है, लेकिन इससे पहले वह ऐसे ही कतारों में खड़े रहते हैं।

करोलबाग मेट्रो की कतार में खड़े लोगों का कहना है कि 50 फीसद यात्रियों के सवार होकर चलने के चलते बाहर भीड़ लग रही है, जबकि अंदर सभी लोग नियमों का पालन कर रहे हैं। यात्री दिनेश कुमार का कहना है कि बाहर भी नियमों का पालन कराने की व्यवस्था करनी चाहिए। इससे लोगों को सुरक्षा मिलेगी।

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के बाहर लंबी लाइनों में खड़े एक यात्री ने बताया, "मैं 20-25 मिनट से इंतज़ार कर रहा हूं। मेरा DMRC से निवेदन है कि वे मेट्रो सेवा को सुचारू रूप से चलाए। हमें हर स्टेशन पर तकलीफ़ होती है।"

डीएमआरसी ने दिया ये जवाब

उधर, मेट्रो के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल का कहना है कि स्टेशनों के बाहर लंबी कतारें देखी गई हैं, क्योंकि ट्रेन के अंदर यात्रियों की संख्या पर प्रतिबंध के कारण स्टेशनों में प्रवेश को नियंत्रित किया जाता है। वर्तमान दिशानिर्देशों के अनुसार, केवल वैकल्पिक सीटों पर बैठने की अनुमति है और किसी को खड़े होने की अनुमति नहीं है।

हालांकि, डीएमआरसी अधिकतम संख्या में ट्रेनें चला रहा है। यात्रियों को इन प्रतिबंधों के कारण स्टेशनों के बाहर इंतजार करना पड़ता है। लंबी कतारें इसलिए होती हैं, क्योंकि अधिकांश मेट्रो स्टेशनों पर केवल सिंगल एंट्री प्वाइंट की अनुमति होती है। ऐसे में प्रवेश के दौरान बड़ी संख्या में लोग खड़े दिखते हैं। उन्होंने कहा कि डीएमआरसी सभी प्रमुख कारिडोर पर ढाई से पांच मिनट की अधिकतम आवृत्ति के साथ प्रतिदिन 5100 ट्रेन ट्रिप चला रहा है। 

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