Delhi Metro News: जानिए दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में किस लाइन पर और कहां है सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन

Delhi Metro दिल्ली मेट्रो दिल्ली की लाइफ लाइन बनने के साथ ही एक के बाद एक रिकॉर्ड भी बना रही है। दिल्ली मेट्रो ने अब मजेंटा लाइन पर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। ये रिकॉर्ड दिल्ली मेट्रो के अब तक बनाए गए सबसे गहरे मेट्रो स्टेशन का है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 05:15 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 03:39 PM (IST)
Delhi Metro News: जानिए दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में किस लाइन पर और कहां है सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन
राजीव चौक के बाद ये दूसरा सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन गया है।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क । दिल्ली मेट्रो दिल्ली की लाइफ लाइन बनने के साथ ही एक के बाद एक रिकॉर्ड भी बना रही है। दिल्ली मेट्रो ने अब मजेंटा लाइन पर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। ये रिकॉर्ड दिल्ली मेट्रो के अब तक बनाए गए सबसे गहरे मेट्रो स्टेशन का है। साथ ही ये एक इंटरचेज हब भी है।

In phase-3 of metro construction, the Hauz Khas metro station on magenta line became the deepest metro station of the Delhi Metro network. This line now has India’s first-ever fully-automated driverless train. #RetroMetro pic.twitter.com/bi23rryBHg— Delhi Metro Rail Corporation I कृपया मास्क पहनें😷 (@OfficialDMRC) March 1, 2021

हौजखास मेट्रो स्टेशन इंटरचेंज सबसे बड़ा हब 

अभी तक दिल्ली मेट्रो के राजीव चौक, कश्मीरी गेट मेट्रो, केंद्रीय सचिवालय ही बड़े इंटरचेंज हब माने जाते थे। अब इसमें हौज खास मेट्रो स्टेशन का नाम भी शामिल हो गया है। राजीव चौक के बाद ये दूसरा सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन गया है। साथ ही इंटरचेंज पॉइंट भी। मजेंटा लाइन पर हौजखास मेट्रो स्टेशन पर हुडा सिटी सेंटर और नोएडा के यात्रियों के लिए सबसे बड़ा इंटरचेंज हब होगा। 

अब तक नोएडा के यात्रियों को ब्लू लाइन से होते हुए यलो लाइन लेकर हुडा सिटी सेंटर पहुंचने के लिए 34 मेट्रों स्टेशनों से गुजरना पड़ता था। जबकि अब नोएडा के यात्री मजेंटा लाइन पर हौजखास मेट्रो स्टेशन से इंटरचेंज करके 25 स्टेशनों से होते हुडा सिटी सेंटर पहुंच सकेंगे। हौजखास मेट्रो स्टेशन पूरी तरह से अंडर ग्राउंड है और 29 मीटर गहरा है, जो करीब आठ मंजिल की गहराई के बराबर है।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) की मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम व कालकाजी मंदिर) का उद्घाटन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल व केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हरी झंडी दिखाकर किया था। उसके बाद इस लाइन पर मेट्रो का संचालन हो रहा है। इस लाइन पर भारत की पहली पूरी तरह से स्वचालित मेट्रो भी चल रही है।

इस लाइन पर मेट्रो के शुरू होने से न केवल दिल्ली के लोगों को बल्कि हरियाणा (गुरुग्राम, फरीदाबाद व पलवल) के साथ यूपी (गाजियाबाद व नोएडा) के यात्रियों को बड़ा लाभ मिल रहा है। एक खास बात ये भी है कि इस लाइन के शुरू हो जाने से नोएडा और गुरुग्राम के बीच की यात्रा अवधि में कम से कम 30 मिनट की कमी आ गई है।

उद्घाटन के साथ ही हवाई अड्डे का घरेलू टर्मिनल मेट्रो नेटवर्क के दायरे में आ जाएगा। इससे घरेलू विमान यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा मिल जाएगी। मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि इस खंड के चालू होने जाने के बाद दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) नेटवर्क की कुल लंबाई 277 किलोमीटर हो जाएगी। 

अब 50 मिनट में गुरुग्राम से नोएडा 

इससे नोएडा के बोटेनिकलगार्डन से जनकपुरी पश्चिम के बीच सीधी मेट्रो सुविधा उपलब्ध हो गई। साथ ही दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली से एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 तक पहुंचना भी आसान हो गया। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में आवागमन की सुविधा भी बेहतर हो गई है। पूरी मजेंटा लाइन चार प्रमुख शिक्षण संस्थानों जेएनयू, आइआइटी, जामिया मिलिया इस्लामिया और नोएडा स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी से जुड़ी हुई है। जिससे छात्रों को काफी फायदा होगा। 

समय की बचत 

डीएमआरसी अधिकारियों के मुताबिक मजेंटा लाइन शुरू होने से हुडा सिटी सेंटर (यलो लाइन गुड़गांव की तरफ) से बॉटनिकल गार्डन (नोएडा में ब्लू लाइन पर) पहुंचने में तकरीबन 50 मिनट का वक्त लगेगा। अभी तक राजीव चौक से इंटरचेंज करने के बाद गुड़गांव से नोएडा पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे लगते थे।  

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