Delhi Metro: कार्बन उत्सर्जन कम करके डीएमआरसी ने कमाए 29 करोड़ रुपये

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने वर्ष 2012 से 2018 तक छह वर्षों के दौरान 3.55 मिलियन कार्बन क्रेडिट्स की बिक्री से 19.5 करोड़ रु. की अच्छी कमाई की है। डीएमआरसी अपने परिचालन कार्यों से भारत में जलवायु परिवर्तन के परिमाण निर्धारित करने में अग्रणी रही है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 11:51 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:51 AM (IST)
Delhi Metro: कार्बन उत्सर्जन कम करके डीएमआरसी ने कमाए 29 करोड़ रुपये
3.55 मिलियन कार्बन क्रेडिट्स की बिक्री से दिल्ली मेट्रो ने की 19.5 करोड़ रु. कमाई

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली मेट्रो ने ऊर्जा की बचत और कार्बन उत्सर्जन कम कर प्रदूषण नियंत्रण में भी अपनी पहचान बनाई है। यही वजह है कि कार्बन क्रेडिट हासिल करने की पहल दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के लिए कमाई का माध्यम भी साबित हो रही है। कार्बन क्रेडिट की बिक्री कर डीएमआरसी अब तक कुल 29.05 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल कर चुका है। इसमें से 19.5 करोड़ की राशि डीएमआरसी ने वर्ष 2012-18 तक छह वर्षों में 3.55 मिलियन कार्बन क्रेडिट की बिक्री करके हासिल की है।

दरअसल, डीएमआरसी ने वर्ष 2007 में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के स्वच्छ विकास तंत्र परियोजना (सीडीएम) से खुद को पंजीकृत कराया था। दिल्ली मेट्रो दुनिया की पहली मेट्रो व रेल नेटवर्क है, जो कार्बन उत्सर्जन कम करने की इस परियोजना से जुड़ी। लिहाजा, मेट्रो ने कार्बन क्रेडिट हासिल करने की क्षमता हासिल की। जलवायु परिवर्तन पर क्योटो प्रोटोकाल के तहत ऊर्जा की बचत कर ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन कम करके कार्बन क्रेडिट हासिल किया जाता है, जिसे सर्टिफाइड एमिशन रिडक्शंस (सीईआरएस) कहा जाता है।

डीएमआरसी का कहना है कि सीडीएम परियोजना के तहत वर्ष 2012 तक 9.55 करोड़ के कार्बन क्रेडिट बेचे गए थे। वहीं वर्ष 2014 में डीएमआरसी स्विटजरलैंड के ‘गोल्ड स्टैंडर्ड फाउंडेशन’ से जुड़ा। यह भी कार्बन का उत्सर्जन कम करने पर कार्बन क्रेडिट जारी करने की एजेंसी है। वर्ष 2012-18 के दौरान डीएमआरसी ने सीडीएम व गोल्ड स्टैंडर्ड फाउंडेशन से 3.55 मिलियन कार्बन क्रेडिट हासिल की, जिसकी बिक्री से दिल्ली मेट्रो को 19.5 करोड़ रुपये का राजस्व मिला।

डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल का कहना है कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस करार के बाद कार्बन क्रेडिट की मांग बढ़ी है। इस अवसर का इस्तेमाल करते हुए डीएमआरसी ने एमिशन रिडक्शन परचेज एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करके स्विटजरलैंड के मैसर्स साउथ पोल, अमेरिका के मैसर्स समिट एनर्जी सर्विसेस व सिंगापुर के मैसर्स ईवीआइ इंटरनेशनल को कार्बन क्रेडिट की बिक्री करके यह रकम हासिल की गई है।

chat bot
आपका साथी