Delhi MCD Mayor Election 2021: तीनों निगम में निर्विरोध निर्वाचित हुए महापौर व उप महापौर, संभाला कार्यभार

उत्तरी निगम में राजा इकबाल सिंह पूर्वी निगम में श्याम सुंदर अग्रवाल और दक्षिणी निगम में मुकेश सुर्यान ने महापौर चुने जाने के बाद पदभार व कार्यभार संभाल लिया है। दक्षिणी निगम में चुनाव प्रक्रिया से भाजपा के दो और कांग्रेस का एक सदस्य स्थायी समिति के लिए चुना गया।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 09:01 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 09:01 PM (IST)
Delhi MCD Mayor Election 2021: तीनों निगम में निर्विरोध निर्वाचित हुए महापौर व उप महापौर, संभाला कार्यभार
उत्तरी निगम में राजा इकबाल सिंह महापौर व अर्चना उप महापौर पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी के तीनों नगर निगम (उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी) को नए महापौर व उप महापौर मिल गए हैं। बहुमत के चलते तीनों निगम की सदन की बैठक भाजपा प्रत्याशियों को महापौर व उप महापौर निर्विरोध चुना गया। उत्तरी निगम में राजा इकबाल सिंह, पूर्वी निगम में श्याम सुंदर अग्रवाल और दक्षिणी निगम में मुकेश सुर्यान ने महापौर चुने जाने के बाद पदभार व कार्यभार संभाल लिया है। उत्तरी और पूर्वी निगम में स्थायी समिति के तीन-तीन पदों के लिए भाजपा के दो-दो और आम आदमी पार्टी (आप) के एक-एक सदस्य निर्विरोध चुने गए। वहीं दक्षिणी निगम में चुनाव प्रक्रिया से भाजपा के दो और कांग्रेस का एक सदस्य स्थायी समिति के लिए चुना गया।

तीनों महापौर व उप महापौर ने निर्विरोध चुने जाने के बाद भाजपा नेतृत्व का आभार व्यक्त किया है। साथ ही कहा है कि वह निगमों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरे प्रयास करेंगे। इसके साथ ही दिल्ली सरकार से जो हक के रूप में फंड मिलना चाहिए जो नहीं मिल रहा है उसके लिए लोकतांत्रिक तरीके से लेने के लिए जो भी कदम उठाने होंगे वह उठाएंगे। चाहे इसके लिए याचना करनी पड़े चाहे सड़क पर उतरना पड़े। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में हुए आम चुनाव में भाजपा ने तीनों निगम में बहुमत प्राप्त किया था। पांच वर्ष के कार्यकाल में यह आखिरी महापौर का चुनाव था। तीनों निगमों में हर वर्ष महापौर व उप महापौर का चुनाव होता है। जिसमें पहला वर्ष महिला पार्षद के लिए आरक्षित होता है तो तीसरा वर्ष आरक्षित श्रेणी के लिए होता है।

भाजपा नेता के सदन पर आने पर आपत्ति

उत्तरी निगम की सदन की बैठक में प्रदेश महामंत्री कुलजीत चहल, पूर्व पार्षद वीपी पांडेय के आने पर नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने आपत्ति जाहिर की। उन्होंने कहा कि सदन की बैठक में दिशा-निर्देशों के मुताबिक सदस्य के सिवाय किसी के भी आने की अनुमति नहीं है तो फिर भाजपा के पदाधिकारी क्यों सदन में बैठाए गए हैं। हालांकि भाजपा पार्षद योगेश वर्मा ने कहा कि चूंकि चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है इसलिए उन्हें सदन में बधाई देने के लिए बुलाया गया है।

महापौर की बजाय पार्षद बनाए गए पीठासीन अधिकारी

महापौर व उप महापौर की चुनाव की प्रक्रिया अक्सर निवर्तमान महापौर ही पूरी कराते हैं लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि निवर्तमान महापौर की बजाय पार्षदों को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया। उत्तरी निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल, पूर्वी निगम में आप पार्षद गीता रावत और दक्षिणी निगम में अकाली दल के कोटे भाजपा पार्षद अमरजीत को उपराज्यपाल ने पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया था। यह पहली बार हुआ था। ऐसा तब ही होता है जब आम चुनाव के बाद पहले वर्ष में सदन की बैठक होती है तब ही किसी वरिष्ठ पार्षद को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया जाता है।

दक्षिणी निगम

महापौर- मुकेश सुर्यान

उप महापौर- पवन शर्मा

स्थायी समिति के सदस्य- इंद्रजीत सहरावत, पूनम भाटी, सुरेश कुमार

उत्तरी निगम

महापौर- राजा इकबाल सिंह 

उप महापौर- अर्चना

स्थायी समिति के सदस्य- जोगीराम जैन, विजय भगत, राजीव यादव

पूर्वी निगम

महापौर- श्याम सुंदर अग्रवाल

उप महापौर- किरण वैद्य

स्थायी समिति के सदस्य- बीर सिंह पंवार, हिमांशी पांडेय, मोहिनी

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