दिल्ली हाइकोर्ट ने एटीसी, पायलट और केबिन क्रू को तीन माह तक दिए ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट कराने के निर्देश, जानिए कारण
दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्देश दिया कि वायु यातायात नियंत्रक (एटीसी) और पांच फीसद पायलट व ड्यूटी पर केबिन क्रू अगले तीन महीनों तक ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट कराएं। न्यायमूर्ति प्रतिबा एम सिंह की पीठ ने कहा कि एटीसी पायलटों और केबिन क्रू को निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कोरोना महामारी को देखते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्देश दिया कि वायु यातायात नियंत्रक (एटीसी) और पांच फीसद पायलट व ड्यूटी पर केबिन क्रू अगले तीन महीनों तक ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट कराएं। न्यायमूर्ति प्रतिबा एम सिंह की पीठ ने कहा कि एटीसी, पायलटों और केबिन क्रू को निर्देश दिया कि वे एक उड़ान से पहले 12 घंटे के अंदर किसी भी शराब या नशीले पदार्थ का सेवन न करें।
पीठ ने स्पष्ट किया कि कोई पायलट, केबिन क्रू या एटीसी नशीले पदार्थों का सेवन करते हुए पाया गया है और उसने झूठी जानकारी दी तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। पीठ ने यह भी कहा कि इस तरह का परीक्षण का आयोजन एक बड़े और खुले स्थान किया जाए और परीक्षण का संचालन करने वाले डाक्टर व मेडिकल स्टाफ को हर दिन रैपिड एंटीजन टेस्ट से गुजरना होगा। पीठ ने निर्देश दिया कि एक घंटे की अवधि में छह से अधिक व्यक्तियों का परीक्षण नहीं किया जाएगा और प्रत्येक परीक्षण से पहले बीए मशीन को यूवी रेडिएशन से सेनेटाइज किया जाएगा।
पीठ ने नागर विमानन महानिदेशायल (डीजीसीए) से कहा कि परीक्षण प्रोटोकाल का पालन करने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी करें और देश के सभी एयरलाइंस और हवाई अड्डों के लिए जारी करें। पीठ न उक्त निर्देश पायलट और केबिन क्रू की ब्रेथ एनलाइजन टेस्ट को निलंबित करने की मांग को लेकर दायर याचिका पर दिया।
जधानी में कोरोना की संक्रमण दर पिछले कुछ दिनों से धीरे-धीरे घट रही है। इससे संक्रमण दर 19.10 से घटकर 17.76 फीसद पर आ गई है, जो पिछले 27 दिनों में सबसे कम है। इससे पहले 14 अप्रैल को संक्रमण दर 15.92 फीसद थी। इसके बाद संक्रमण बढ़ता चला गया था। इससे दिल्ली में कोरोना की इस चौथी लहर में 22 अप्रैल को संक्रमण दर 36.26 फीसद पर पहुंच गई थी। हालांकि, मंगलवार को 12,481 नए मरीज मिले।
चिंताजनक यह है कि 24 घंटे में 347 मरीजों की मौत हो गई है। एक दिन पहले भी 319 मरीजों की मौत हुई थी।13,48, 699 मरीज मिल चुके हैं 12,44, 880 मरीज ठीक हो चुके हैं92.30 फीसद है मरीजों के ठीक होने की दर 20,010 मरीजों की मौत हो चुकी 1.48 फीसद मृत्यु दर है 83,809 सक्रिय मरीज हैं19,063 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं705 मरीज कोविड केयर सेंटर में हैं 80 मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में हैं