दिल्ली में 27 अक्टूबर से 'पटाखे नहीं दिया जलाओ' अभियान, जिला स्तर पर निगरानी के लिए बनेंगी 15 टीमें
दिल्ली सरकार 27 अक्टूबर से पटाखे नहीं दिया जलाओ (Patakhe Nahi Diya Jalao) अभियान शुरू कर रही है। इसकी जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को दी। इस अभियान का मकसद लोगों को पटाखे नहीं जलाने के लिए जागरुक करना है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। दिवाली नजदीक आते ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने लगता है। इसकी मुख्य वजह त्योहारों के मद्देनजर लोग पटाखे जलाते हैं जिसकी वजह से प्रदूषण होता है। दिल्ली में पटाखों पर बैन होने के बावजूद कुछ लोग दिल्ली से सटे एनसीआर से शहरों से पटाखे लेकर जलाते हैं। दिल्ली सरकार इन्हीं सब को देखते हुए 27 अक्टूबर से 'पटाखे नहीं दिया जलाओ' (Patakhe Nahi Diya Jalao) अभियान शुरू कर रही है। इसकी जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को दी।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस अभियान के तहत दिल्ली के लोगों को पटाखे नहीं जलाने के लिए जागरुक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता पैदा करने और पटाखों की बिक्री और खरीद की निगरानी के लिए जिला स्तर पर 157 सदस्यों वाली 15 टीमें बनाई जाएंगी।
गोपाल राय ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 सितंबर को ही पटाखों पर बैन लगाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि लोगों की जान बचाने के लिए आवश्यक है कि पटाखों को न जलाया जाए। इसके बाद 28 सितंबर को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ( Delhi Pollution Control Committee) ने एक जनवरी 2022 तक पटाखों की बिक्री, खरीद और जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था।
पर्यावरण मंत्री ने सोमवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि पटाखे नही दिया जलाओ अभियान शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस थानों में दो सदस्यीय टीम होगी जो पटाखों की बिक्री व खरीब पर नजर रखेगी। अगर कोई पटाखे जलाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा। इस तरह के दिल्ली में अभी तक आठ मामले सामने भी आ चुके हैं।