Yamuna Pollution: यमुना की सफाई के लिए दिल्ली सरकार ने उठाया बड़ा कदम, YCC का हुआ गठन

Yamuna Pollution दिल्ली में प्रदूषित यमुना नदी की सफाई के लिए केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को बताया कि यमुना की सफाई के लिए यमुना सफाई प्रकोष्ठ (वाईसीसी) (Yamuna Cleaning Cell) का गठन किया गया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 04:19 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 04:40 PM (IST)
Yamuna Pollution: यमुना की सफाई के लिए दिल्ली सरकार ने उठाया बड़ा कदम, YCC का हुआ गठन
यमुना में झाग की फाइल फोटोः जागरण

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फरवरी 2025 तक यमुना को साफ करने के अपने वादे के तहत बृहस्पतिवार को यमुना की सफाई के लिए एक क्लीनिंग सेल का गठन किया है। यह सेल सबंधित विभागों की ओर से किए जा रहे कार्यों पर नजर रखेगा। जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को सेल का अध्यक्ष बनाया गया है और सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधि सदस्य होंगे। तय समय सीमा तक यमुना को साफ कराने की जिम्मेदारी इसी सेल के पास होगी।

यमुना सफाई के संबंध में दिल्ली सचिवालय में बृहस्पतिवार को हुई समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर-विभागीय निर्णय लेने और कार्य निष्पादन में तेजी लाने के लिए हमने यमुना क्ली¨नग सेल का गठन किया है, इससे यमुना की सफाई में तेजी आएगी। एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते यमुना की सफाई हमारी पहली प्राथमिकता है। हम यमुना की खोई सुंदरता को वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यमुना क्लीनिंग सेल के गठन से सभी कार्यों की जिम्मेदारी अब एक ही जगह तय होगी और परियोजनाओं में तेजी आएगी। साथ ही, यह सभी प्रशासनिक बांधाओं को भी दूर करेगा।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पिछले कार्यकाल में जैसे हमने स्कूलों और अस्पतालों का कायाकल्प किया, वैसे ही इस बार यमुना को भी प्राथमिकता के आधार पर साफ करना है। मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को यमुना सफाई के संबंध में औद्योगिक क्षेत्रों और जेजे क्लस्टरों से अपशिष्ट जल के प्रबंधन पर भी एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।

बैठक में उद्योग मंत्री और जल बोर्ड के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव विजय कुमार देव और जल बोर्ड के सीईओ उदित प्रकाश राय के साथ-साथ संबंधित विभागों के कई उच्च पदस्थ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में यमुना नदी की सफाई को लेकर आने वाली विभिन्न चुनौतियों और उससे निपटने के समाधानों पर गंभीरता से चर्चा हुई।

सेल में ये अधिकारी होंगे शामिल

यमुना क्लीनिंग सेल सेल में जेजे क्लस्टर और औद्योगिक क्लस्टर, सीईटीपी, प्रदूषण मानदंडों का उल्लंघन करने वाले उद्योगों, यमुना सफाई परियोजनाओं और इन-सीटू ट्रीटमेंट के सीवरेज की देखभाल करने वाले डीजेबी, डीयूएसआइबी, डीएसआइआइडीसी, डीपीसीसी और बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग के छह वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। यह अधिकारी दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ को रिपोर्ट करेंगे। साथ ही यह अधिकारी सेल की ओर से लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन के लिए भी जिम्मेदार होंगे।

सेल जेजे क्लस्टर, औद्योगिक क्लस्टर और सीईटीपी के सीवरेज सिस्टम की जिम्मेदारी भी संभालेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना क्ली¨नग सेल जेजे क्लस्टर, औद्योगिक क्लस्टर और सीईटीपी के सीवरेज सिस्टम की जिम्मेदारी संभालेगा। यह यमुना सफाई के सभी कार्य बिंदुओं के लिए भी संयुक्त रूप से जिम्मेदार होगा, जिसमें नए एसटीपी, डीएसटीपी का निर्माण, मौजूदा एसटीपी का 10/10 तक उन्नयन और क्षमता वृद्धि, 1799 अनधिकृत कालोनियों में सीवरेज नेटवर्क बिछाना, सेप्टेज प्रबंधन; ट्रंक/परिधीय सीवर लाइनों की गाद निकालना, पहले से अधिसूचित क्षेत्रों में सीवर कनेक्शन उपलब्ध कराना, आइएसपी के तहत 108 नालों की ट्रै¨पग, नालियों का इन-सीटू ट्रीटमेंट शामिल हैं। 

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