प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों के समाधान के आधार पर विभागों की रैकिंग जारी, जानिए कौन रहा सबसे ऊपर और कौन सबसे नीचे

दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों के समाधान के आधार पर 14 विभागों की रैंकिंग जारी की है। जिसमें पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) को पहला स्थान मिला है जबकि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) दूसरे और दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) तीसरे स्थान पर रहा।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 12:50 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 12:50 PM (IST)
प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों के समाधान के आधार पर विभागों की रैकिंग जारी, जानिए कौन रहा सबसे ऊपर और कौन सबसे नीचे
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों के समाधान के आधार पर 14 विभागों की रैंकिंग जारी की है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों के समाधान के आधार पर 14 विभागों की रैंकिंग जारी की है। जिसमें पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) को पहला स्थान मिला है, जबकि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) दूसरे और दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) तीसरे स्थान पर रहा। इन विभागों को दो श्रेणियों में बांटा गया था। पहली श्रेणी जिन्हें ग्रीन दिल्ली एप के जरिये 100 से ज्यादा शिकायतें मिली थीं और दूसरी श्रेणी जिन्हें 1,000 से ज्यादा शिकायतें मिली थीं। रैंकिंग के लिए विभागों के अगस्त तक के कामकाज का विश्लेषण किया गया।

तीन मानदंडों पर हुआ विभागों के कामकाज का आकलन

अधिकारियों के अनुसार विभागों के कामकाज का आकलन तीन मानदंडों के आधार पर किया गया है। जिनमें निपटाई गई शिकायतों की संख्या, समाधान की गुणवत्ता और उसमें लगने वाला समय शामिल है। यहां शिकायत समाधान की गुणवत्ता का मतलब यह है कि समाधान उचित तरीके से हुआ है या क्या शिकायत पर दोबारा विचार किया गया।

तय समय में कोई भी विभाग शिकायतों का समाधान नहीं कर सका

सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोई भी विभाग तय समय सीमा के भीतर शिकायतों का समाधान नहीं कर सका। जिन पांच विभागों को 1,000 से ज्यादा शिकायतें मिलीं। ये उत्तरी निगम, दक्षिण निगम, पूर्वी निगम, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और डीडीए हैं। इस सूची में 100 में से 58 अंक प्राप्त कर पूर्वी निगम पहले स्थान पर रहा। उसे 3,436 शिकायतें मिलीं, जिनमें से उसने 3,423 का समाधान किया और उनमें से 90 फीसद शिकायतों पर दोबारा कार्रवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।

वहीं, पीडब्ल्यूडी को मिलीं 4,771 शिकायतों में से 4,630 का समाधान किया गया और 56 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। जबकि, दक्षिण निगम ने 5,877 शिकायतों में 5,622 का निपटारा किया और तीसरे स्थान पर रहा। उत्तरी निगम ने 6,040 शिकायतों में से 5,527 का और डीडीए ने 1,536 शिकायतों में से 1,300 का समाधान किया। वहीं 100 से ज्यादा श्रेणियों में मिली 218 शिकायतों में से 216 का समाधान कर 62 अंकों के साथ नई दिल्ली नगरपालिका परिषद शीर्ष पर रही। इस श्रेणी में 58 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे डीएमआरसी में 166 में से 164 शिकायतों का समाधान किया है। वहीं, दिल्ली जल बोर्ड ने 569 शिकायतों में से 551 शिकायतें हल की हैं और 55 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है।

इन दो विभागों की रैकिंग रही सबसे खराब

राजस्व विभाग और सीपीडब्ल्यूडी (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) की रैंकिंग सबसे खराब रही और दोनों को क्रमश: 45 और 42 अंक मिले हैं। राजस्व विभाग ने 247 में से 226 शिकायतों का समाधान किया जिनमें से 76 पर दोबारा कार्रवाई की जरुरत पड़ी। वहीं, सीपीडब्ल्यूडी ने 261 में से 183 शिकायतों का समाधान किया जिनमें से 99 पर दोबारा कार्रवाई हुई।

पिछले साल मुख्यमंत्री ने लांच किया था ग्रीन दिल्ली मोबाइल एप

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अक्टूबर 2020 में ग्रीन दिल्ली मोबाइल एप लांच किया था जिसकी मदद से जनता प्रदूषण की समस्या या प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकती है। यह एप शिकायतकर्ता की लोकेशन की पहचान करता है और उसे संबंधित विभाग को भेजता है, ताकि उसका समय पर समाधान हो सके। पर्यावरण विभाग ने शिकायतों की स्थिति पर नजर रखने के लिए दिल्ली सचिवालय में एक ग्रीन वार रूम भी बनाया है।

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