Delhi Fire: बिहार के 17 लोगों का पोस्टमार्टम, 36 की हुई पहचान, देखें सभी असपतालों में मरने वालों की सूची

Delhi Fire आग लगने के मामले में फैक्‍ट्री के मालिक रेहान और मैनेजर फुकरान को दिल्‍ली के तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्‍हें 14 दिनों की हिरासत में भेज दिया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 03:57 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 10:02 PM (IST)
Delhi Fire: बिहार के 17 लोगों का पोस्टमार्टम, 36 की हुई पहचान, देखें सभी असपतालों में मरने वालों की सूची
Delhi Fire: बिहार के 17 लोगों का पोस्टमार्टम, 36 की हुई पहचान, देखें सभी असपतालों में मरने वालों की सूची

नई एएनआइ। Delhi Fire: दिल्‍ली अनाज मंडी में आग लगने के मामले में फैक्‍ट्री के मालिक रेहान और मैनेजर फुकरान को दिल्‍ली के तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस इनकी 14 दिनों की रिमांड की मांग की है।  कोर्ट ने फैक्‍ट्री मालिक और मैनेजर को पुलिस की हिरासत में 14 दिनों के लिए भेज दिया है। देखें अपडेटेड सूची जिसमें मृतकों के नाम हैं। 

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- बिहार के 17 लोगों का अब तक पोस्‍टमार्टम हो चुका है। वहीं 36 लोगों की पहचान हो गई है। जिनके परिजन आ चुके हैं उनके शवों को उन्‍हें सौंपा जा रहा है। वहीं प्रशासन ने अपेडेटेड सूची तैयार की है जिसमें मृतकों वालों के नाम शामिल हैं। 

-अस्‍पताल में इलाज के दौरान बिहार के एक शख्‍स की मौत हो गई है। वह मधुबनी का रहने वाला था। उसके तीन बच्‍चे हैं। उसे हाल में ही एक बेटी हुई है। मौत की सूचना पर परिवार में कोहराम मच गया है।

मानवाधिकार आयोग ने दिल्‍ली के अनाज मंडी में लगी आग की घटना पर स्‍वत: संज्ञान ले लिया है। आयोग ने कमिशर ऑफ पुलिस, उत्‍तरी दिल्‍ली नगर निगम को इस मामले में नोटिस जारी करते हुए जवाब देने को कहा है। इसके लिए छह हफ्तों में पूरी विस्तृत जानकारी मांगी है। आयोग ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्‍योरा मांगा है।

-अभी तक मिली जानकारी के अनुसार कुल नौ लोगों के शवाें का पोस्‍टमार्टम किया गया है। बाकि लोगों के शवों के पोस्‍टमार्टम भी जल्‍द किए जाएंगे। हादसे में मारे गए लोगों के रिश्‍तेदार उनके शवों को लेने के लिए परेशान हो रहे हैं। शवों को कापसहेड़ा भेजा जा रहा है। यहां से कल शवों को भेजा जाएगा। 

-दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अनाज मंडी में घटना स्थल की 3 ड्री मैपिंग कमरे से इमेज बनवा रही है। इससे पूरी बिल्डिंग और आसपास का इलाका रीक्रिएट किया जाएगा। दूसरी बार आग की बड़ी घटना पर इन उपकरण का इस्तेमाल किया जा रहा है।

-मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए नई अनाज मंडी के पदाधिकारियों ने निकाला जुलूस है। नई अनाज मंडी वेलफेयर सोसायटी के संरक्षक अर्जुन कुमार ने मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इस पुरानी दिल्ली इलाके में लाखों इकाइयां चलती हैं, लेकिन इलाका पुराना होने की वजह से यहां बहुमंजिला इमारतें संकरी गलियों में बनी हैं। ऐसे में इस इलाके के रिडेवलपमैंट के लिए केंद्र सरकार कोई योजना देती हैं तो हम इसका स्वागत करेंगे।

-फॉरेसिंक टीम अनाज मंडी में लगी आग का सैंपल लेने के लिए पहुंच गई है। वहां से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। इसे सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

-लोगों की मदद के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा बांटा जा रहा है खाना, ताकि जिनका घर और सामान नष्ट हो गया है उन्‍हें मदद मिल सकेगी।

-रेलवे ने बिहार के मृतकों के शवों को उनके घर भेजने के लिए तैयारी की है। स्‍वतंत्रता सेनानी एक्‍सप्रेस से शवों को भेजा जाएगा।

पूर्वी दिल्‍ली के डीएम करेंगे जांच

दिल्ली सरकार ने अनाज मंडी के अग्निकांड की जांच का जिम्मा पूर्वी जिले के जिलाधिकारी अरुण कुमार मिश्र का सौंपा है। हालांकि घटनास्थल मध्य जिले में आता है, जहां जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव हैं। सूत्रों के मुताबिक इसमें मध्य जिला प्रशासन की भी गंभीर लापरवाही मानी जा रही है। यही वजह है कि जांच दूसरे जिले के अधिकारी को सौंपी गई है।

लगातार चल रही घटनास्‍थल की जांच

अवैध फैक्ट्री को सील करने का अधिकार एसडीएम को होता है, लेकिन यह कार्य निगम का बताकर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बच जाते हैं। घटना के बाद कुछ ही देर में जिलाधिकारी अरुण कुमार सुबह ही मौके पर पहुंच गए थे और दोपहर बाद तक घटनास्थल पर ही मौजूद रहे। उन्होंने बहुत ही बारीकी से सभी तथ्यों की जांच और देखा भी है। पीड़ित व स्थानीय लोगों से भी घटना का ब्यौरा लिया।

निगम अधिकारियों पर गिर सकती है गाज

हादसा जिस फैक्ट्री में हुआ वह अवैध रूप से चलाई जा रही थी। ऐसे में इसे निगम की लापरवाही माना जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में निगम के कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

रविवार की सुबह हुई थी दर्दनाक घटना

बता दें कि रविवार की सुबह दिल्‍ली के फिल्‍मीस्‍तान इलाके की मंडी में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी। आग लगते ही वहां अफरातफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हालांकि फायर विभाग ने कई लोगों को मौत के मुंह से निकाल लिया। हालांकि फिर भी कई लोग जिंदा जल गए और कई धुएं के कारण दम घुटने के कारण दर्दनाक मौत की नींद में सो गए। 

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