जिला डीसीपी का नशे पर अंकुश लगाने का सराहनीय कदम, लोगों के जीवन में लौट रही मुस्कान

अभियान चलाकर नशे के गिरफ्त में आए लोगों के जीवन में मुस्कान लाने की कोशिश में जुटी है। जिले की डीसीपी उषा रंगनानी के नेतृत्व में दो नवंबर से चलाए जा रहे इस अभियान में झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों को विशेष रूप से जागरूक किया जा रहा है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 10:44 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 11:35 AM (IST)
जिला डीसीपी का नशे पर अंकुश लगाने का सराहनीय कदम, लोगों के जीवन में लौट रही मुस्कान
डीसीपी ने बताया कि जिले में अब तक ऐसे 20 युवाओं को रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती कराया जा चुका है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस अभियान चलाकर नशे के गिरफ्त में आए लोगों के जीवन में मुस्कान लाने की कोशिश में जुटी है। जिले की डीसीपी उषा रंगनानी के नेतृत्व में दो नवंबर से चलाए जा रहे इस अभियान में झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों को विशेष रूप से जागरूक किया जा रहा है। अभियान के क्रम में नुक्कड़ नाटक, बैनर-पोस्टरों व गोष्ठियों के माध्यम से उन्हें नशे की लत और इससे होने वाले नुकसान के विभिन्न पहलुओं के बारे में अवगत कराया जा रहा है तो तो दूसरी तरफ वैसे युवाओं को चिह्न्ति कर उन्हें रिहैबिलिटेशन सेंटर में भेजा जा रहा है, जो पूरी तरह से ड्रग आदि के गिरफ्त आ चुके हैं।

डीसीपी ने बताया कि जिले में अब तक ऐसे 20 युवाओं को रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती कराया जा चुका है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में जहांगीरपुरी के तीन युवा इस लत को आज पूरी तरह से छोड़ चुके हैं और अच्छी जिंदगी व्यतीत करते दूसरों को नशापान से दूर रहने की मुहिम का हिस्सा बन चुके हैं। अभियान के क्रम में नशे के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्ती की भी जा रही है। एक माह के अंदर 30 से अधिक लोगों के खिलाफ मध निषेध कानून के तहत कार्रवाई भी की गई।

इस अभियान के क्रम में संगम संगम पार्क, जहांगीरपुरी वजीरपुर, मौर्या एंक्लेव आदि जगहों पर नुक्कड़ नाटक तो मजलिस पार्क, लाल बाग शकूरपुर आदि बस्तियों में गोष्टी और सेमिनार आयोजित कर लोगों को नशे की बुराइयों के बारे में बताया गया ।

उत्तर पश्चिम जिला पुलिस गत एक वर्ष से झुग्गी-झोपड़ी व अनधिकृत कालोनियों के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न रोजगारपरक प्रशिक्षण दिलाने के कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इनमें 100 से अधिक युवाओं को अस्पतालों, निजी कंपनियों में रोजगार भी दिलाया जा है। इस योजना का मतलब युवाओं को नशे व अपराध की गिरफ्त से उन्हें कुशल नागरिक बनाना है। जिले में महिला सुरक्षा समेत अन्य सामाजिक सरोकारों से जुड़े अन्य कई अभियान भी चलाए जा रहे हैं।-उषा रंगनानी, डीसीपी, उत्तर पश्चिम जिला

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