दिल्ली में पांच मरीजों की मौत, पुष्टि के लिए नहीं हो रही डेथ आडिट रिपोर्ट कमेटी की बैठक

राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप किस कदर बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पांच मरीजों की मृत्यु हो चुकी है लेकिन निगम ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। वहीं इससे पूर्व जो एक मरीज की मृत्यु की पुष्टि हुई थी।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:17 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:10 AM (IST)
दिल्ली में पांच मरीजों की मौत, पुष्टि के लिए नहीं हो रही डेथ आडिट रिपोर्ट कमेटी की बैठक
दक्षिणी निगम के निगम स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में डेथ आ़डिट रिपोर्ट कमेटी बनी है।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप किस कदर बढ़ रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पांच मरीजों की मृत्यु हो चुकी है लेकिन निगम ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। वहीं, इससे पूर्व जो एक मरीज की मृत्यु की पुष्टि हुई थी वह निगम ने बिना डेथ आडिट रिपोर्ट कमेटी की बैठक के बिना ही कर दी। अब सवाल यह है कि मरीजों के मृत्यु के आंकड़ो को क्यों छिपाया जा रहा है। कमेटी की बैठक कब होगी निगम अधिकारियों के पास इसका कोई जवाब नहीं है।

दरअसल, दक्षिणी निगम के निगम स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में डेथ आ़डिट रिपोर्ट कमेटी बनी है। यह कमेटी जो भी मृत्यु के मामले आते हैं उनका आडिट करती है। इसमें मरीज की मृत्यु के कारण, पहले से कोई बीमारी आदि चीजों को देखा जाता है। इसके बाद प्रत्येक मृत्यु का एक विस्तृत विवरण बनाया जाता है। कमेटी में इस विवरण को रखा जाता है।

इसमें विशेषज्ञ इस पर फैसला लेते हैं कि संदिग्ध मृत्यु को डेंगू या मलेरिया से माना जाए या नहीं। सूत्रों के मुताबिक दक्षिणी निगम के पास पांच संदिग्ध मरीजों की जानकारी आई हैं, लेकिन इनकी पुष्टि इसलिए नहीं हो पा रही है क्योंकि अभी निगम की डेथ आडिट रिपोर्ट कमेटी की बैठक ही नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार इससे पहले दक्षिणी निगम ने जिस 35 वर्षीय महिला की डेंगू से मृत्यु की पुष्टि की थी वह मृत्यु भी बिना डेथ आडिट रिपोर्ट कमेटी की बैठक के ही कर दी। जबकि नियमानुसार बैठक में इन मामलों को रखकर ही पुष्टि की जानी चाहिए।

जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि, निगम ने नहीं की पुष्टि: दो सप्ताह पूर्व डेंगू से एक 35 वर्षीय महिला के साथ एक सात वर्षी बच्ची की भी जान डेंगू की वजह से चली गई थी। बच्ची की मृत्यु बीएल कपूर अस्पताल में हुई। मृत्यु से पूर्व बच्ची की डेंगू की जांच की गई थी। हालांकि जिस दिन जांच के लिए सैंपल लिया गया उसी दिन बच्ची की मृत्यु हो गई। बाद में जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई ।

लेकिन, निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट में उस मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई है। बीते सप्ताह ही उत्तरी निगम के हिंदूराव अस्पताल में मलेरिया से एक मरीज की मृत्यु की बात सामने आई थी लेकिन वह भी निगम की रिपोर्ट में अभी पुष्ट नहीं हुई है। उधर, डेथ आ़डिट कमेटी के चेयरमैन डा बीके हजारिका का कहना है कि कुछ संदिग्ध मामले आए हैं जिनकी जांच की जा रही हैं। जल्द ही इस पर कोई निर्णय ले लिया जाएगा।

      वर्ष                 मच्छरजनित बीमारियों से मृत्यु 2016                   10 2017                   10 2018                    4 2019                     2 2020                      2 2021                      1

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