फरहत पर लगा था पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप, कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने जासूसी मामले में फरहत खान को बरी कर दिया है। 2016 में पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में फरहत को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के राज्ससभा सांसद मुनव्वर सलीम के निजी सचिव फरहत खान को बड़ी राहत मिल गई है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने जासूसी मामले में फरहत खान को बरी कर दिया है। 2016 में पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में फरहत को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था।
मामले से कोई लेना-देना नहीं
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में फरहत की गिरफ्तारी के बाद सपा सांसद मुनव्वर सलीम ने कहा था कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और कि अगर जासूसी मामले में उनके शामिल होने का जरा सा भी सबूत पुलिस ने दिया तो वे परिवार समेत आत्महत्या कर लेंगे। 2012 में सपा की सीट पर राज्यसभा जाने वाले मुनव्वर सलीम मध्यप्रदेश के विदिशा में रहते हैं।
कराई गई थी पुलिस वेरिफिकेशन
निजी सचिव की गिरफ्तारी को बाद समाजवादी पार्टी के सांसद मुनव्वर सलीम ने यह भी कहा था कि उन्होंने एक साल पहले पूरी संसदीय जांच के बाद फरहत को नियुक्त किया था। फरहत की पुलिस वेरिफिकेशन कराई थी। पुलिस की तरफ से क्लीन चिट मिलने के बाद ही उसे निजी सचिव के तौर पर रखा गया था।
फरहत को पैसा देती थी ISI
सलीम ने बताया था कि कहा कि फरहत लंबे वक्त तक मुजफ्फरनगर के मरहूम सांसद मुनव्वर हसन का पीए रहा था। तब पुलिस की तरफ से कहा गया था कि फरहत 20 साल से ज्यादा वक्त से पाक के लिए जासूसी कर रहा है। इसके लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI उसे पैसे देती थी। फरहत 1996 से दिल्ली में सांसदों के पीए का काम कर रहा है और शक था कि वो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को पार्लियामेंट और कई अन्य जानकारियां दिया करता था।