टीकाकरण से बचने के लिए बहाने बना रहे लोग, कहते हैं- भाई तुम चलों बस मैं दो मिनट में आ रहा हूं
वैक्सीन आ गई है तो इसे लगवाने वालों का टोटा हो रहा है। हर एक केंद्र पर सौ लोगों को टीका लगना है लेकिन उत्तरी पूर्वी जिले के सबसे बड़े अस्पताल जग प्रवेश चंद में टीकाकरण के दूसरे दिन मात्र 21 लोगों ने ही टीका लगवाया।
नई दिल्ली, शुजाउद्दीन। कोरोना ने राजधानी में वो दिन भी दिखाएं हैं जब श्मशान घाट और शवदाह गृह पर शवों की कतारें लगी, चिताएं जलाने के लिए जगह कम पड़ गई। सभी की जुबान पर बस एक ही नाम था की वैक्सीन कब आएगी। जब वैक्सीन आ गई है तो इसे लगवाने वालों का टोटा हो रहा है। हर एक केंद्र पर सौ लोगों को टीका लगना है, लेकिन उत्तरी पूर्वी जिले के सबसे बड़े अस्पताल जग प्रवेश चंद में टीकाकरण के दूसरे दिन मात्र 21 लोगों ने ही टीका लगवाया। यह आंकड़ा पहले दिन से भी कम रहा।
टीका लेने सेे घबरा रहे लोग
सोमवार को केंद्र में दोपहर आठ बजे तक सिर्फ आठ ही लोगों ने टीका लगवाया था। टीका लगवाने वालों के साथ अस्पताल में काम करने वाले उनके वो साथी भी आए, जिन्हें टीका लगना था। लेकिन अधिकतर लोगों ने केंद्र के बाहर लगी डेस्क पर लिस्ट में अपना नाम देखा और वहां से यह कहते हुए चलते बने भाई तुम चलों मैं दो मिनट में आ रहा हूं टीका लगवाने के लिए। उसके बाद पलट कर झांके ही नहीं।
टीकाकरण अधिकारी ने आगे आकर लगवाया टीका
उत्तरी पूर्वी जिले के टीकाकरण अधिकारी डा. पीयूष मिश्रा ने स्वास्थ्यकर्मियों का हौसला बढ़ाने के लिए खुद आगे आकर टीका लगवाया। टीका लगने के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। पहले दिन भी जिन लोगों ने टीका लगवाया वह भी ठीक हैं, उन्हें भी किसी तरह की कोई परेशानी पेश नहीं आई। डाॅक्टर व स्वास्थकर्मियों को ऐसे ही योद्धा का ताज नहीं मिला है। बिना घबराए हुए टीका लगवाएं और इस संक्रमण से खुद भी बचे और दूसरों को बचाएं।
दवाई भी और कड़ाई भी
टीका लगने के पांच मिनट के अंदर लाभार्थियों के मोबाइल पर कोविन एप की तरफ से टीका लगने का मैसेज आ गया। उस मैसेज में बताया गया कि किस केंद्र पर टीका लगा है किस समय पर कौन से डाक्टर ने टीका लगाया है। आब्जर्वेशन रूम में पहुंचने से पहले ही लाभार्थियों के हाथ में ई-प्रमाण पत्र भी सौंप दिए गए। प्रमाण पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो के साथ एक संदेश लिखा है दवाई भी और कड़ाई भी। यानी के नियमों की सख्ती जारी रहेगी।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो