Delhi Coronavirus: दिल्ली में कोरोना संक्रमित से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या, मिले 12481 नए केस
दिल्ली में कोरोना की रफ्तार कुछ कम होती दिख रही है। इस बात की गवाही आंकड़े दे रहे हैं जो सरकार की ओर से जारी हो रहे हैं। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना बीमारी की चपेट में आने वालों की संख्या 12481 रही।
नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में कोरोना की रफ्तार कुछ कम होती दिख रही है। इस बात की गवाही आंकड़े दे रहे हैं जो सरकार की ओर से जारी हो रहे हैं। बीते 24 घंटे में जो नए संक्रमितों की संख्या आई है वह बीते हफ्ते के मुकाबले काफी कम है। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना बीमारी की चपेट में आने वालों की संख्या 12,481 रही।
वहीं, नए मरीजों से ज्यादा ठीक होने वालों की रही। कुल 13,583 लोग इस बीमारी को मात देकर ठीक हुए हैं। इधर मौत के आंकड़ों पर सरकार की चिंता जारी है। यह कम होने का नाम नहीं ले रही है, हालांकि सरकार अपने स्तर से पूरा प्रयास कर रही है कि इस आंकड़े को कम किया जाए। दिल्ली में एक बार फिर 347 लोग इस महामारी के कारण मौत की आगोश में चले गए हैं।
वैक्सीन की किल्लत पर बोले कजरीवाल -मिलकर लड़ें इस लड़ाई को
इधर, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वैक्सीन की तरह ही पीपीई किट की हुई किल्लत का उदाहरण देते हुए कहा कि आपको याद होगा, जब देश में कोरोना की पहली लहर आई थी, तब हमारे देश में पीपीई किट की कितनी किल्लत थी, पीपीई किट लेने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता था? जरा सोचिए कि अगर उस उस समय केवल दो कंपनियों को पीपीई किट बनाने का अधिकार होता, तो क्या आज देश में पीपीई किट मिलते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज कई भारतीय कंपनियां पीपीई किट बना रही हैं। इसलिए हम आज किसी और पर पीपीई किट के लिए निर्भर नहीं हैं।
हमारे पास दुनिया की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियां
भारत में बेहतरीन इंडस्ट्रियलिस्ट हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियां हैं। हमारे पास विश्व के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक हैं। मैं निश्चित तौर पर यह कह सकता हूं कि यदि उन्हें अवसर दिया गया, तो वे अपना भरपूर सहयोग देंगे। वैक्सीन का उत्पादन करने वाली कंपनियों के लाभ का एक अंश हम रॉयल्टी के रूप में उन दोनों कंपनियों को दे सकते हैं, जिन्होंने मूल फार्मूले की खोज की है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह हम अगली कोरोना की लहर के पहले भारत के हर नागरिक को सुरक्षा कवच प्रदान कर पाएंगे। मेरा केवल एक ही मकसद है कि किस तरह हम सब मिलकर हर भारतीय को कोरोना से बचा पाएं।