Delhi Coronavirus: कांग्रेस ने कहा- केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही असफल, जल्द बुलाएं सर्वदलीय बैठक
जयकिशन ने इसे एक बड़ी विडंबना ही बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे जबकि निजी अस्पतालों में आक्सीजन। ऐसे में दिल्ली वासी जाएं तो जाएं कहां। उन्होंने आप सरकार पर कमोबेश हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप भी लगाया है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। प्रदेश कांग्रेस ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। प्रदेश उपाध्यक्ष जयकिशन ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि कोरोना प्रबंधन में केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही असफल रही है। ऐसे में या तो सर्वदलीय बैठक बुलाकर महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजामों पर विचार किया जाए अन्यथा राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए सोचा जाए।
जयकिशन ने इसे एक बड़ी विडंबना ही बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे जबकि निजी अस्पतालों में आक्सीजन। ऐसे में दिल्ली वासी जाएं तो जाएं कहां। उन्होंने आप सरकार पर कमोबेश हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित सरकार के 15 साल के कार्यकाल में दिल्ली ने जितना विकास किया था, आज दिल्ली उतनी ही पीछे चली गई है। एक नया अस्पताल नहीं बना, अस्पतालों की क्षमता नहीं बढ़ी।
जयकिशन ने यह भी कहा कि बस मोहल्ला क्लीनिक बनाकर अपनी वाहवाही बटोरने का काम किया। स्वास्थ्य ही नहीं, हर मोर्चे पर यह सरकार विफल साबित हुई है। एक नया स्कूल- कालेज नहीं बना। सड़कों की मरम्मत और नालों की सफाई तक नहीं होती। सबसे ज्यादा दुखद यह कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं अपनी गलती मानने, उसमें सुधार करने की बजाए सभी को गुमराह करने में लगे रहते हैं। उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
दुख की बात यह भी कि मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक सरकार का हिस्सा होते हैं। इनसे हमेशा मदद की उम्मीद की जाती है, लेकिन आज दिल्ली वासी बेबस हो चुके हैं। उन्हें कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही। कोई फोन ही नहीं उछाता। दिल्ली वासियों को उपचार मिलना तो दूर, अंतिम यात्रा में अपनों का कांधा भी नहीं मिल पा रहा है। लचर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते दिल्ली वासी जिंदगी की जंग हारते जा रहे हैं।