Delhi Coronavirus: अस्पताल से बिना बताए चले गए 25 कोरोना संक्रमित मरीज, मरीजों को खोजने में लगी पुलिस

Delhi Coronavirus बढ़े कोरोना संक्रमण से एक जहां एक-एक बेड के लिए मारामारी हो रही है वहीं उत्तरी निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल से 25 कोरोना संक्रमित मरीज बिना बताए अस्पताल से चले गए हैं। अब ये कहा हैं इसको लेकर अस्पताल प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 09:13 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 03:46 PM (IST)
Delhi Coronavirus: अस्पताल से बिना बताए चले गए 25 कोरोना संक्रमित मरीज, मरीजों को खोजने में लगी पुलिस
उत्तरी निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल से 25 कोरोना संक्रमित मरीज बिना बताए अस्पताल से चले गए हैं।

नई दिल्ली, [निहाल सिंह]। Delhi Coronavirus: राजधानी में बढ़े कोरोना संक्रमण से एक जहां एक-एक बेड के लिए मारामारी हो रही है, वहीं उत्तरी निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल से 25 कोरोना संक्रमित मरीज बिना बताए अस्पताल से चले गए हैं। अब ये कहा हैं, इसको लेकर अस्पताल प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं है। अब अस्पताल ने तैनात पुलिस के ड्यूटी अफसर को इसकी शिकायत दी है। शिकायत के बाद अब पुलिस इन मरीजों का ढूंढ़ने में जुट गई है।

वहीं, मरीजों के बिना बताए जाने के बाद प्रशासन ने भी सख्ती बढ़ा दी है। अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि उत्तरी दिल्ली नगर का बाड़ा हिंदूराव सबसे बड़ा अस्पताल है। निगम ने इसे 19 अप्रैल को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए शुरू किया था, जिसमें 240 बिस्तर आक्सीजन के हैं तो वहीं 10 वेंटिलेटर हैं। यह सिविल लाइंस इलाके में सबसे पुराने अस्पतालों में से एक है। इसकी कुल क्षमता 900 बिस्तर की है। अस्पताल प्रशासन की शिकायत के बाद पुलिस इन मरीजों के पते और फोन नंबर की जानकारी लेकर इन्हें ढूंढ़ने की कोशिश में जुटी है, ताकि इन्हें समय रहने आइसोलेट किया जा सकें।

बिना डाक्टरी सलाह के 26 ने छोड़ा अस्पताल

निगम के अस्पताल में जहां 23 कोरोना के मरीज फरार हो गए हैं, वहीं 26 मरीज लीव अगेंस्ट मेडिकल एडवाइज (लामा) के तहत अस्पताल से खुद ही छुट्टी लेकर चले गए। लामा वह प्रक्रिया है जिसमें मरीज अपनी मर्जी से अस्पताल से छुट्टी लेता है, जबकि डाक्टर उसे अस्पताल में दाखिल रहने की सलाह देते हैं। हालांकि इसमें बहुत बड़ी संख्या में ऐसे भी मरीज होते हैं जिन्हें दूसरे बेहतर अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था हो जाती है तो वे वहां चले जाते हैं या कई मरीज घर पर ही इलाज की कोशिश करते हैं।

अस्पताल से मिल रही है छुट्टी

तीनों निगम के अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे हैं। इसके बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल रही है। हिंदूराव अस्पताल में जहां 19 मई से लेकर अब तक 135 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं तो वहीं 26 मरीज राजन बाबू टीबी अस्पताल में ठीक हो चुके हैं। इसी तरह दक्षिणी निगम के तिलक नगर अस्पताल में 16 तो पूर्वी निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल में 72 मरीज ठीक होकर जा चुके है। निगमों के अनुसार हिंदूराव अस्पताल में अब तक 650 मरीज दाखिल हुए। इसी तरह राजन बाबू में 210, बालक राम में 25, तिलक नगर अस्पताल में 141 और स्वामी दयानंद में 223 मरीज दाखिल हुए हैं। वहीं, इन अस्पतालों में अब तक 221 लोगों की मौत हो गई हैं।

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