Politics on Chhath: पूर्वांचलियों और दलितों की आस्था के साथ खिलवाड़ न करें केजरीवाल : कांग्रेस
Politics on Chhath प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल किया कि जब रामलीला दशहरा और दुर्गा पूजा को मनाने पर दिल्ली सरकार ने कोई प्रतिबंध नही लगाया तो फिर छठ पर्व पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने केजरीवाल सरकार पर पूर्वांचलियों और दलितों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चाहते है कि पूर्वांचली राजधानी में छठ पर्व न मनाएं। इसी तरह महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कमेटी के वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने के 28 सितंबर के आवेदन को सरकार ने अभी तक मंजूरी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पूर्वांचंलियों और दलितों की आस्था के साथ खिलवाड़ करना बंद करें।
दिल्ली सरकार निरस्त करे तत्काल प्रभाव
मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चौधरी ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मांग की कि दिल्ली सरकार के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करें। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश उपाध्यक्ष जयकिशन व महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दुर्गा पंडित भी मौजूद थे।
रामलीला, दशहरा एवं दुर्गा पूजा पर प्रतिबंध नहीं तब छठ पर क्यों
चौधरी ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि जब रामलीला, दशहरा और दुर्गा पूजा को मनाने पर दिल्ली सरकार ने कोई प्रतिबंध नही लगाया तो फिर छठ पर्व पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया? उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कोविड प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाकर यमुना घाट पर गणेश चतुर्थी पूजा आयोजित कर गोवा में उसका सीधा प्रसारण चुनावी फायदा उठाने के लिए किया, जबकि पिछले वर्ष अक्षरधाम मंदिर में सार्वजनिक दीपावली पूजन पर छह करोड़ रुपये खर्च किए, यह सब कोविड काल में ही किया गया।
छठ को लेकर उपराज्यपाल से लगी गुहार
उन्होंने मांग की कि छठ प्रतिबंध वाले आदेश को निरस्त कर अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए उपराज्यपाल छठ पूजा के आयोजन की इजाजत दें। उन्होंने कहा कि सरकार छठ घाटों पर पूजा करने की मंजूरी देने से पहले सुनिश्चित कर सकती है कि आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट श्रद्धालुओं के पास हो। इसके लिए दिल्ली सरकार मुफ्त टेस्टिंग की सुविधा भी मुहैया करा सकती है।