नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में केजरीवाल सरकार भी देगी सहयोग, जानिए क्या-क्या होगा बदलाव
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और नई दिल्ली स्टेशन पूरे देश में रेलवे का सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन है। उन्होंने भरोसा दिया कि इस स्टेशन के सुंदरीकरण और पुनर्विकास में अपनी भूमिका के हिसाब से दिल्ली सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग मिलेगा।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सुंदरीकरण और पुनर्विकास कार्य में दिल्ली सरकार भी सहयोग देगी। इस बाबत शुक्रवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक भी हुई। बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मुख्य सचिव, नीति आयोग के सीईओ और डीडीए सहित अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी की उपस्थिति में एक प्रेजेंटेशन भी दिया।
बैठक में उपराज्यपाल ने दोहराया कि रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास आसपास के विकास और आत्मनिर्भरता के अनुरूप होगा। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से इस परियोजना को सफल बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपील की। बैठक में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और नई दिल्ली स्टेशन पूरे देश में रेलवे का सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन है। उन्होंने भरोसा दिया कि इस स्टेशन के सुंदरीकरण और पुनर्विकास में अपनी भूमिका के हिसाब से दिल्ली सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग मिलेगा।
नई दिल्ली स्टेशन देश का सबसे बड़ा और दूसरा सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है। यहां रोजाना लगभग 4.5 लाख यात्रियों का आवागमन होता है। इस स्टेशन और आसपास के क्षेत्रों के पुनर्विकास से यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं, सार्वजनिक सामुदायिक स्थान, स्टेशन और सबसे आधुनिक वाणिज्यिक क्षेत्रों के लिए सुगम और भीड़ मुक्त कनेक्टिविटी का निर्माण होगा।
प्रस्तावित स्टेशन का आर्किटेक्चर सिग्नेशन स्टाइल और ऐतिहासिक व आधुनिक भारतीय संस्कृति दोनों से संबंधित है और इसे एक विशिष्ट पहचान देने की परिकल्पना की गई है।इस स्टेशन के पुनर्विकास को लेकर एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया, एनडीएमसी, पीडब्ल्यूडी, बीएसईएस, वन विभाग, समेत लगभग सभी संबंधित विभागों से जरूरी एनओसी प्राप्त हो चुकी है। स्टेशन का बिल्डिंग एरिया करीब दो लाख 20 हजार वर्ग मीटर में है।
यात्रियों की सुविधा के लिए अलग-अलग पिक अप और ड्राप अप जोन बनाए जाएंगे। ट्वीन टावर 40 मंजिला होगा, जिसमें होटल, आफिस, रिटेल शाप आदि होंगी। स्टेशन पर मल्टी लेवल कार पार्किग बनाई जाएगी। इसके अलावा, मल्टी माडल इंटीग्रेटेशन, रोड नेटवर्क, पीएसपी आदि विकसित किया जाएगा।