Vikas Dubey Encounter: विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने से दिल्ली व हरियाणा पुलिस ने भी राहत की सांस
Vikas Dubey Encounter बृहस्पतिवार सुबह विकास दुबे के पकड़े जाने और शुक्रवार सुबह मारे जाने से दिल्ली पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।
नई दिल्ली/नोएडा/फरीदाबाद, जेएनएन। Vikas Dubey Encounter: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसवालों की हत्या का आरोपित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पहले पकड़े जाने और फिर एनकाउंटर में मारे जाने से दिल्ली के साथ हरियाणा पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। दरअसल, मंगलवार को फरीदाबाद शहर के एक होटल में विकास दुबे के छिपे होने पर फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने छापा मारा, लेकिन वह तब तक भाग चुका था। वहीं, होटल से बेहद करीब एक मकान से तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन विकास दुबे के भाग निकलने से फरीदाबाद पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। इसके बाद लगातार खबर आती रही कि विकास दुबे दिल्ली-एनसीआर के किसी इलाके में छिपा हुआ है, इससे दिल्ली पुलिस के साथ-साथ गुरुग्राम और फरीदाबाद पुलिस भी घेरे में थी। वहीं, फरीदाबाद से निकलकर विकास दुबे दिल्ली होता हुआ उज्जैन (मध्य प्रदेश) पहुंचा, ऐसे में दिल्ली पुलिस भी कटघरे में आने वाली थी। वहीं, बृहस्पतिवार सुबह विकास दुबे के पकड़े जाने और शुक्रवार सुबह मारे जाने से दिल्ली पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश से लाए गए गैंगस्टर विकास दुबे को शुक्रवार को एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने मार गिराया। विकास पर कानपुर में हुए एनकाउंटर में उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 जवानों की हत्या का आरोप है। बताया जा रहा है कि विकास दुबे को उज्जैन (मध्य प्रदेश) से कानपुर लाने के दौरान यूपी एसटीएफ की गाड़ी के रास्ते में पलटने गई। इसके बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और विकास दुबे के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। फायरिंग के दौरान एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल विकास को पुलिस अस्पताल लेकर गई है, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
यह भी जानें
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर कुल 60 मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या और हत्या के प्रयास से जुड़े मामले भी थे। 2 जुलाई को ही कानपुर के बिकरु गांव में यूपी पुलिस के 8 जवानों की हत्या कर विकास दुबे देशभर में सुर्खियों में आया था। उत्तर प्रदेश ने मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे ने बृहस्पतिवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में आत्मसमर्पण कर दिया था। इससे पहले फरीदाबाद में होटल में ठहरा था, जहां पर क्राइम ब्रांच ने छापा तो मारा, लेकिन विकास दुबे फरार होने में कामयाब रहा था। कालपी का यमुना पुल पार कर कानपुर देहात की सीमा में प्रवेश कर गया। विकास दुबे के दो साथी प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे एनकाउंटर में बृहस्पतिवार को ढेर हुए थे, प्रभात को मंगलवार को फरीदाबाद में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे मंगलवार को ही फरीदाबाद पुलिस के हत्थे चढ़ जाता, मगर क्राइम ब्रांच बीपीटीपी की अनुभवहीनता के कारण सारा खेल बिगड़ गया।मकसूद अहमद (फरीदाबाद डीसीपी क्राइम) के मुताबिक, विकास हमारी छापेमारी से थोड़ा ही पहले निकला था। इसे चूक नहीं कह सकते। हमारी सभी टीमों ने बेहतर सामंजस्य के साथ काम किया है। प्रभात की गिरफ्तारी और उससे चार पिस्टल, 44 कारतूस बरामद करना भी बड़ी उपलब्धि है। हमारी पुलिस ने ही विकास की सीसीटीवी फुटेज हासिल कर उसे वायरल किया। जिसके आधार पर बाकी राज्यों की पुलिस सक्रिय हुई। सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है।