एम्स के एमबीबीएस छात्रों ने रामलीला को लेकर बनाए आपत्तिजनक वीडियो, विहिप ने की कार्रवाई की मांग

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एम्स) में रामलीला को लेकर नाटक का विवादित वीडियो सामने आया है। रामलीला के प्रसंगों और पात्रों का उपहास करते हुए एम्स के एमबीबीएस छात्र इतने आगे निकल गए कि उन्होंने भगवान राम सीता व लक्ष्मण के बारे में भी अपशब्द बोले।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 09:57 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 10:10 PM (IST)
एम्स के एमबीबीएस छात्रों ने रामलीला को लेकर बनाए आपत्तिजनक वीडियो, विहिप ने की कार्रवाई की मांग
शोएब राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) का टापर रहा है।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। देश के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एम्स) में रामलीला को लेकर नाटक का विवादित वीडियो सामने आया है। रामलीला के प्रसंगों और पात्रों का उपहास करते हुए एम्स के एमबीबीएस छात्र इतने आगे निकल गए कि उन्होंने भगवान राम, सीता व लक्ष्मण के बारे में भी अपशब्द बोले। हैरानी की बात यह है कि यह पूरा वीडियो एम्स परिसर में हास्टल के सामने स्थित बास्केट बाल कोर्ट में फिल्माया गया, लेकिन हास्टल प्रभारी या किसी अधिकारी ने रोकने की कोशिश तक नहीं की।

बाद में यू ट्यूब चैनल एम्स इनसाइडर के माध्यम से यह वीडियो सार्वजनिक कर दिया गया। वीडियो इंटरनेट मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर वायरल हो जाने पर लोग आपत्ति करते हुए वीडियो बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भी आरोपितों और इस नाटक के कथित निदेशक और एमबीबीएस के छात्र शोएब आफताब के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यह वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ने पर छात्र एसोसिएशन ने माफी मांगी है, लेकिन एम्स प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

बताया जा रहा है कि शोएब राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) का टापर रहा है। वह यू-ट्यूब पर एम्स इनसाइडर इंटरनेट मीडिया चैनल चलाता है, जिसके 48 हजार से ज्यादा फालोवर हैं। उसपर रामलीला के पात्रों पर बनाए गए नाटक को निर्देशित करने का आरोप लग रहा है। रामलीला के पात्रों पर बनाए गए वीडियो के दायें कार्नर पर एम्स इनसाइडर का लोगो भी लगा है। विवाद बढ़ जाने पर शोएब ने ट्वीट में नाटक देखने और वीडियो शेयर करने की बात मानी है और इसके लिए माफी भी मांगी है, लेकिन खुद के इस नाटक से किसी तरह से जुड़ा होने से इन्कार किया है। वीडियो में सात छात्र-छात्राएं रामलीला के अलग-अलग पात्रों की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं।

वीडियो वायरल होने के बाद एम्स प्रशासन हरकत में आया। बताया जा रहा है कि रजिस्ट्रार और डीन ने छात्रों को डांटा है और कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। एक अन्य छात्र नितिन सिंघल ने भी वीडियो जारी कर कहा कि वह एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। दशहरे के अवसर पर उसने व अन्य छात्रों ने एक छोटा से नाटक किया। वह नाटक पूरी तरह से गलत था। पहले बचपने में इसका वीडियो बनाया, लेकिन उसे देखने के बाद उसे व अन्य छात्रों को खुद शर्म आई। उसने भी माफी मांगते हुए दोबारा ऐसी गलती न करने का भरोसा दिलाया।

विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के परिसर में भगवान श्रीराम व माता जानकी का अपमान किया गया है यह गंभीर मसला है। इसके आयोजकों व नाटक को निदेशक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। आखिर बार-बार हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का मजाक क्यों उड़ाया जाता है। उन्होंने पुलिस व संबंधित एजेंसियों से कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

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