चीन-इटली में हुई स्टडी में आई डराने वाली बात, स्वाइन फ्लू की तरह तेजी से फैलेगा कोरोना

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया (Delhi AIIMS Director Dr Randeep Guleria) का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की तरह ही स्वाइन फ्लू भी सर्दियों में तेजी से फैलता है। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 09:04 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 08:32 AM (IST)
चीन-इटली में हुई स्टडी में आई डराने वाली बात, स्वाइन फ्लू की तरह तेजी से फैलेगा कोरोना
दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया की फाइल फोटो।

नई दिल्ली, एजेंसी। मौसम में हो रहे बदलाव व प्रदूषण के कारण स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ने की भी आशंका है। ऐसे में स्वाइन फ्लू व कोरोना का एक साथ संक्रमण हो सकता है। वैसे भी फ्लू व कोरोना के लक्षण काफी हद तक एक जैसे हैं। डेंगू के साथ कोरोना के संक्रमण के कुछ मामले पहले ही आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच स्वाइन फ्लू भी अगले कुछ महीनों के दौरान लोगों की परेशानी बढ़ा सकता है, क्योंकि सर्दियों के दोनों ही तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया (Delhi AIIMS Director, Dr Randeep Guleria) का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की तरह ही स्वाइन फ्लू भी सर्दियों में तेजी से फैलता है। इसी तरह कोविड (Corona virus in winter) भी फैलेगा। इस बात के भी सबूत हैं कि वायु प्रदूषण भी कोविड-19 के प्रसार में काफी हद तक मदद करेगा। इस पर इटली और चीन में कुछ महीनों पहले ही स्टडी की गई है।

वहीं, इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य महानिदेशालय ने सोमवार को एक सचेत किया है कि कोरोना के साथ इन दिनों फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, स्क्रब टाइफस सहित कई तरह की बीमारियों का संक्रमण हो सकता है। लिहाजा, बचाव, जांच व इलाज के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है।

दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 13 अक्टूबर को कोरोना के साथ दूसरी बीमारियों के संक्रमण को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए जिनपर अमल कराने के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने सभी अस्पतालों व जिला प्रशासन को कहा है। सर्दी के मौसम में फ्लू का संक्रमण होने का खतरा अधिक रहता है। अस्पतालों में फ्लू के मामले आ भी रहे हैं। फ्लू से बचाव के लिए टीका उपलब्ध है। इसलिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों व जोखिम वाले लोगों को फ्लू का टीका लगवाने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा बुजुर्गो, गर्भवती महिलाओं, मधुमेह, अस्थमा सहित पुरानी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को फ्लू का टीका लगवाने की सलाह दी गई है। क्योंकि, फ्लू के साथ कोरोना का संक्रमण होने पर बीमारी गंभीर हो सकती है। फ्लू का टीका हर साल लेना होता है।

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