दिल्ली में कोरोना संक्रमित महिला का शव अस्पताल से गायब, तलाश में जुटा भाई

सिद्धार्थ ने शिकायत देकर पुलिस से बहन के शव को तलाशने की गुहार लगाई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत में बताया कि गया है कि महिला की मौत 15 अप्रैल को एलएनजेपी अस्पताल में हुई है। मौत के 20 दिन बाद पीडि़त शव लेने अस्पताल गए थे।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:59 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:59 AM (IST)
दिल्ली में कोरोना संक्रमित महिला का शव अस्पताल से गायब, तलाश में जुटा भाई
संक्रमित महिला का शव अस्पताल से गायब, तलाश में जुटा भाई

नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। लोकनायक अस्पताल से एक 38 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला का शव गायब होने का मामला सामने आया है। मृतक महिला के भाई ने आइपी एस्टेट थाने में इसकी शिकायत की है। जानकारी के अनुसार, त्रिनगर इलाके के रहने वाले सिद्धार्थ कुमार की बहन दीपिका अप्रैल महीने में कोरोना संक्रमित हो गई थी। उनकी तबीयत काफी खराब थी। ऐसे में सिद्धार्थ दीपिका को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले गए, लेकिन वहां पर उनकी बहन की मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन ने शव को दो दिन बाद ले जाने के लिए कहा।

इस बीच सिद्धार्थ की भी तबीयत खराब हो गई। वह करीब 20 दिन तक बीमार रहे। स्वस्थ होने के बाद जब वह बहन के शव को अस्पताल से लेने पहुंचे तो शव नहीं मिला। अस्पताल प्रशासन की ओर से भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। परेशान होकर सिद्धार्थ ने शिकायत देकर पुलिस से बहन के शव को तलाशने की गुहार लगाई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत में बताया कि गया है कि महिला की मौत 15 अप्रैल को एलएनजेपी अस्पताल में हुई है। मौत के 20 दिन बाद पीडि़त शव लेने अस्पताल गए थे। वहीं, इस मामले में मध्य जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि पीडि़त की ओर से मिली शिकायत की जांच की जा रही है।

सराय कालेखां में बनेगा दिल्ली का सबसे बड़ा शवदाह गृह

राजधानी में शवदाह गृहों पर लगने वाली लाइन को देखते हुए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने सराय कालेखां शवदाह गृह को दिल्ली का सबसे बड़ा शवदाह गृह बनाने का निर्णय लिया है। वर्तमान में इसके लिए 3000 वर्ग मीटर जगह इस्तेमाल की जा रही है, जिसे बढ़ाकर 4000 वर्ग मीटर किया जाएगा। एसडीएमसी लाकडाउन खत्म होने के बाद जल्द इसको लेकर काम शुरू करेगा।

सेंट्रल जोन के सेनेटरी सुपरिटेंडेंट केसी भारद्वाज ने बताया कि यहां पर लकड़ी से शवदाह के लिए 150 प्लेटफार्म होंगे, जबकि 10 इलेक्टि्रक भट्ठी बनाई जाएंगी। शवदाह गृह को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए नई सड़क का निर्माण भी किया जाएगा। इससे पहले यहां 32 प्लेटफार्म थे। कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़े बढ़े तो दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने यहां 85 नए प्लेटफार्म बना दिए थे। इसके बावजूद लोगों को अपनों का अंतिम संस्कार के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट का सामना करना पड़ रहा है। अभी शवदाह गृह में दो इलेक्ट्रिक भट्ठी है।

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