अपने नाना को लेकर यूपी के अस्पताल में खड़ी रहीं स्वाति मालीवाल, नहीं किया भर्ती; कुछ देर में तोड़ दिया दम

स्वाति मालीवाल करीब आधा घंटे तक नाना को एम्बुलेंस में लेकर ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल में खड़ी रहीं लेकिन उन्हें किसी ने भर्ती नहीं किया। उपचार के अभाव में उनकी मौत हो गई। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 09:39 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 09:39 AM (IST)
अपने नाना को लेकर यूपी के अस्पताल में खड़ी रहीं स्वाति मालीवाल, नहीं किया भर्ती; कुछ देर में तोड़ दिया दम
स्वाति मालीवाल करीब आधा घंटे तक नाना को एम्बुलेंस में लेकर ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल में खड़ी रहीं।

नई दिल्ली/नोएडा, जागरण संवाददाता। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के नाना की कोरोना से मौत होने का मामला सामने आया है। स्वाति मालीवाल करीब आधा घंटे तक नाना को एम्बुलेंस में लेकर ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल में खड़ी रहीं, लेकिन उन्हें किसी ने भर्ती नहीं किया। उपचार के अभाव में उनकी मौत हो गई। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है तथा खराब हेल्थ सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए स्थिति को दयनीय बताया है।

वहीं, दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर जिले में कैलाश ग्रुप के चार अस्पताल हैं, सभी अस्पतालों में आक्सीजन का संकट मंडरा रहा है। ऐसे में संक्रमितों की जिंदगी बचाना मुश्किल हो गया है। अस्पताल में 450 संक्रमित भर्ती हैं व आक्सीजन की सप्लाई 36 घंटे बाद होगी। घंटे भर में एक संक्रमित कई सिलेंडर खत्म कर रहा है। कई अस्पतालों में कुछ ही घंटों के लिए ऑक्सीजन बची है। ऐसे में नए संक्रमितों को भर्ती करने पर रोक लगा दी है, ताकि जो उपचाराधीन हैं उन्हीं की जिंदगी बचाई जा सके। यह कहना है कि कैलाश अस्पताल की ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. रितु बोहरा का। हालांकि, उनका यह बयान बृहस्पतिवार का है।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर फेफड़ों पर अटैक कर रही है, संक्रमण के कुछ ही घंटों बाद ही संक्रमितों की सांस फूल रही है। पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी है। ऑक्सीजन प्लांट से समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल रही, उनके पास खाली सिलेंडर भी नहीं है। अस्पताल से डी-टाइप (सात हजार लीटर गैस) और बी-टाइप (150 लीटर गैस) सिलेंडरों को खाली होने के बाद भेजा रहा है। प्लांट में 20 सिलेंडर भरने में करीब एक घंटे का समय लगता है। ऑक्सीजन के अभाव में संक्रमितों की सांस उखड़ रही है और हालात बद से बदतर हो गए हैं। इसलिए प्रबंधन ने नए संक्रमितों को भर्ती करने पर फिलहाल रोक लगा दी है। ऑक्सीजन की आपूर्ति ठीक न होने तक संक्रमितों को भर्ती नहीं किया जाएगा। सेक्टर-39 के कोविड अस्पताल में भी ऑक्सीजन की भारी कमी है।

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