दिल्ली छावनी परिषद की उपाध्यक्ष ने कहा- विकास से जुड़े अधूरे कार्याें को पूरा करने पर है ध्यान

कोरोना महामारी के दौर में दिल्ली छावनी परिषद की बैठक नहीं हो पाई है जिसके कारण विकास से जुड़े कार्यों पर कोई परियोजना नहीं बन पाई है।

By Edited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 07:46 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 02:56 PM (IST)
दिल्ली छावनी परिषद की उपाध्यक्ष ने कहा- विकास से जुड़े अधूरे कार्याें को पूरा करने पर है ध्यान
दिल्ली छावनी परिषद की उपाध्यक्ष ने कहा- विकास से जुड़े अधूरे कार्याें को पूरा करने पर है ध्यान

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के दौर में दिल्ली छावनी परिषद की बैठक नहीं हो पाई है, जिसके कारण विकास से जुड़े कार्यों पर कोई परियोजना नहीं बन पाई है। उपाध्यक्ष रचना कादियान ने बताया कि वित्त समिति का कार्यकाल खत्म हो गया है। परिषद की बैठक में ही यह निर्धारित किया जाएगा कि कमेटी का चुनाव कब होगा। परिषद की बैठक जल्द से जल्द हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय के निर्देश के बाद परिषद के आठों निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल छह माह के लिए बढ़ा दिया गया है। सभी पार्षदों को छह माह और जनता के बीच काम करने का अवसर मिला है।

ऐसे में मेरी कोशिश है कि नई योजना को शुरू करने से पहले अधूरे कामों को पूरा किया जाए। छावनी में कई भव्य पार्क हैं, लेकिन उनके रखरखाव के लिए कर्मचारी नहीं हैं। नए कर्मचारियों की भर्ती पर जोर दिया जाएगा ताकि पार्क की सुंदरता बरकरार रहे। छावनी परिषद पहले ही काफी हरा-भरा है, लेकिन हरियाली को बढ़ाने के लिए फलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। बारिश में जहां कहीं भी पानी एकत्रित होता है, वहां नालियों का निर्माण कर समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।

रचना कादियान ने बताया कि छावनी में दो साल पहले 25 स्मार्ट शौचालय बनाना तय हुआ था। अभी तक कुछ ही शौचालयों का निर्माण हो पाया है। कोशिश है कि इन शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा हो ताकि स्वच्छता व्यवस्था और बेहतर हो। किर्बी प्लेस, बरार स्क्वायर, नांगल में बसी झुग्गियों में मोबाइल शौचालय लगाने के बाद सफाई व्यवस्था काफी सुधारी है। झुग्गी क्षेत्र में कूड़ेदान लगाने से लोग सड़क पर यहां-वहां कूड़ा फेंकने से बचते हैं। यह छावनी की बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा घर-घर से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित किया जा रहा है।

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