सीटीआइ चेयरमैन बृजेश गोयल का एलान, प्रदर्शनी उद्योग से जुड़े लोगों को लाया जाएगा एक मंच पर

सीटीआइ के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि प्रदर्शनी उद्योग से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाकर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा ताकि उनकी आवाज सरकारों द्वारा सुनी जाएं। यह मजबूत होंगे तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 09:30 AM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 09:30 AM (IST)
सीटीआइ चेयरमैन बृजेश गोयल का एलान, प्रदर्शनी उद्योग से जुड़े लोगों को लाया जाएगा एक मंच पर
सीटीआइ चेयरमैन बृजेश गोयल का एलान, प्रदर्शनी उद्योग से जुड़े लोगों को लाया जाएगा एक मंच पर

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (Chamber of Trade and Industry) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि प्रदर्शनी उद्योग से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाकर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा, ताकि उनकी आवाज सरकारों द्वारा सुनी जाएं। यह मजबूत होंगे तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सीटीआइ के चेयरमैन ब्रजेश गोयल (CTI Chairman Brajesh Goyal) ने बताया कि फिलहाल अकेले देश की राजधानी दिल्ली में ही इस उद्योग से 40 हजार से अधिक लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ हैं। वह बृहस्पतिवार को सीटीआइ द्वारा गठित प्रदर्शनी परिषद के गठन के अवसर पर बोल रहे थे। इस परिषद का प्रदेश अध्यक्ष निकिता आर्या को बनाया गया है, जबकि रीमा अरोड़ा को महासचिव, निर्मल गुप्ता और स्वाति भसीन को उपाध्यक्ष, निखिल चुग और शालू गुप्ता को सचिव और रूपाली गुप्ता को सह सचिव नियुक्त किया गया है।

इस मौके पर बृजेश गोयल ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से 18 महीनों से दिल्ली में प्रदर्शनी पर रोक थी। इसके चलते इससे जुड़े लोग काफी मुश्किलों में थे, लेकिन संगठित नहीं होने की वजह से ये मजबूत आवाज नहीं बन पा रहे थे। इसी को देखते हुए सीटीआइ द्वारा अलग से इस प्रदर्शनी परिषद का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले प्रदर्शनी आयोजन से जुड़े लोगों ने दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन से मुलाकात की थी। उन्होंने विदेश की तर्ज पर दिल्ली में वैश्विक स्तर की कारोबारी प्रदर्शनियों के आयोजन का रोडमैप मांगा है। यह समिति व्यापक विचार-विमर्श कर एक ड्राफ्ट तैयार करेगी और उसे मंत्री को सौंपा जाएगा।

लोगों को मिलेगा और रोजगार

बताया जा रहा है कि प्रदर्शनी आदि शुरू होने से इससे जुड़े लोगों को लगातार रोजगार मिलेगा। दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और प्रभाव के चलते पिछले डेढ़ साल से भी अधिक समय से दिल्ली में हजारों लोग घरों में बैठे हैं। इससे लोगों को आर्थिक दिक्कत का भी सामना करना पड़ रहा है।

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