Covid Death Compensation: कोरोना से मृत कर्मियों के आश्रित को नौकरी और दस लाख देगा निगम
Covid Death Compensation कोरोना से मौत मामले में निगम ने इसके लिए स्थायी समिति से प्रस्ताव पारित कर मृतकों के परिवार को अतिरिक्त दस लाख की आर्थिक सहायता के साथ ही एक सदस्य को नौकरी देने का फैसला लिया है ।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। कोरोना ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले निगम कर्मचारियों की परिवारों की खराब आर्थिक स्थिति का निगम ने संज्ञान लेते हुए मदद के निर्देश दिए है। निगम ने इसके लिए स्थायी समिति से प्रस्ताव पारित कर मृतकों के परिवार को अतिरिक्त दस लाख की आर्थिक सहायता के साथ ही एक सदस्य को नौकरी देने का फैसला लिया है। इसमें जो कर्मचारी अस्थायी नौकरी पर थे उनके परिवार के एक सदस्य को अस्थायी तो वहीं स्थायी कर्मचारी के परिवार के एक सदस्य को स्थायी नौकरी संबंधित विभाग में दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण ने 12 अक्टूबर के संस्करण में इस मुद्दे को उठाते हुए बताया था कि कोरोना संकट में जिन निगम कर्मचारियों ने अपनी जान गंवा थी उनका परिवार किस प्रकार से आर्थिक संकटों का सामना कर रहा है।
खबर प्रकाशित होने के बाद स्थायी समिति हुई एक्टिव
दैनिक जागरण की खबर प्रकाशित होने के बाद निगम ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए स्थायी समिति में इससे संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगीराम जैन ने बताया कि हम कोरोना योद्धाओं को हर संभव मदद के लिए वचनबद्ध है। इसलिए हमने जिन कर्मचारियों की कोरोना से जान गई हैं उनके परिवार को प्राथमिकता के आधार पर सहायता देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। देरी से निर्णय लेने के सवाल पर जोगीराम जैन ने बताया कि निगम में मृत्यु उपरांत कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने का कुल पांच फीसद कोटा तय है। इस हिसाब से इन कर्मचारियों के आश्रितों को कई वर्ष बाद सहायता मिल पाती। इसको देखते हुए निगम ने फैसला लिया है कि पांच फीसद में दो तिहाई कोटा कोरोना से जान गंवाने वाले कोरोना योद्वाओं के आश्रितों को दिया जाएगा। अब इनके परिवार को बहुत जल्दी निगम में नौकरी मिल जाएगी। मृतक सफाई कर्मचारियों के आश्रित को नौकरी देने का कार्य भी शुरू हो गया है। हमने अधिकारियों को कहा है कि दस लाख की आर्थिक सहयता और अन्य जो भी सहायता निगम द्वारा दी जाती है उनके परिवार को प्राथमिकता के आधार पर दी जाए।
72 कर्मचारियों की हुई थी मृत्यु
उल्लेखनीय है कि कोरोना की वजह से उत्तरी निगम में 72 कर्मचारियों की मृत्यु हुई थी। इसमें से केवल चार मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को एक करोड़ की सहायता राशि मिली है। बाकि अन्य कर्मचारियों के परिवार को मृत्यु उपरांत जो सहायता मिलनी चाहिए वह नहीं मिली है। न तो पेंशन मिल रही है और न ही अन्य प्रकार की सहायता। इसकी वजह से कई कर्मचारियों के परिवार गहने बेचकर बच्चों का लालन पोषण कर रहे हैं तो कुछ परिवार मजदूरी पर भी मजबूर हैं।
किस विभाग में कितने कर्मचारियों की हुई मृत्यु सफाई-40 इंजीनियरिंग-10 शिक्षा-10 संपत्तिकर-1 स्वास्थ्य-4 अस्पताल-7