प्रदूषण रोकने के लिए 24 घंटे काम करेंगी निगम की टीमें, जानिए क्‍या है एक्‍शन प्‍लान

प्रदूषण से होने वाली परेशानी को कम करने के लिए राजधानी के तीनों नगर निगम (पूर्वी उत्तरी व दक्षिणी) ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इस प्लान का सौ फीसद पालन किया जाए। प्रदूषण को कम करने के लिए भवन निर्माण के नियमों का पालन किया जाएगा।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:22 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:22 AM (IST)
प्रदूषण रोकने के लिए 24 घंटे काम करेंगी निगम की टीमें, जानिए क्‍या है एक्‍शन प्‍लान
राजधानी के तीनों नगर निगम ने तैयार किया एक्शन प्लान। प्रतीकात्‍मक चित्र।

नई दिल्‍ली, जागरण संवादाता। सर्दियों में प्रदूषण से होने वाली परेशानी को कम करने के लिए राजधानी के तीनों नगर निगम (पूर्वी, उत्तरी व दक्षिणी) ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। निगम की कोशिश होगी कि इस प्लान का सौ फीसद पालन किया जाए। इसके लिए जहां धूल से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए भवन निर्माण के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। वहीं कूड़ा जलाने वाले और सार्वजनिक स्थल पर मलबा फेकने वालों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति के तहत कार्रवाई होगी। दिन व रात में 24 घंटे नगर निगम की टीमें सार्वजनिक स्थानों पर तैनात होंगी। इस दौरान जो भी संस्था या व्यक्ति प्रदूषण फैलाते हुए पकड़ा जाएगा। नगर निगम की टीम उसके खिलाफ चालान काटने की कार्रवाई करेगी।

लैंडफिल साइट पर आग की घटनाएं रोकेगा उत्तरी निगम

उत्तरी निगम के अधिकारी ने बताया कि लैंडफिल साइट पर आग न लगे, इसके लिए वहां पर इसके उपाय किए जाएंगे। धूल के प्रदूषण को रोकने के लिए एंटी स्माग गन चलाई जाएगी। इसके साथ ही पार्को में पत्ते व प्लास्टिक जलाने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी। निगम की टीम तीन शिफ्ट में काम करेगी।

दिल्लीवासियों को स्वच्छ हवा देने पर जोर

दक्षिणी निगम पर्यावरण प्रबंधन सेवाएं समिति के चेयरमैन भगत सिंह टोकस ने बताया कि दिल्ली वालों को स्वच्छ हवा मिले इसके लिए निगम के स्तर पर जो-जो प्रयास होने चाहिए उनका सौ फीसद पालन किया जाएगा। भवन निर्माण में धूल न उड़े इसके लिए टीन शेड और ग्रीन कवर लगाने पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए टीम बनाई जा रही है। हर वार्ड में प्रदूषण फैलाने वालों पर 24 घंटे निगरानी होगी। जो भी व्यक्ति या संस्था प्रदूषण फैलाने के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम की 24 मैकेनिकल स्वीपर मशीन दिन रात चलाई जाएगी, जो कि प्रतिदिन 700 किलोमीटर इलाके को साफ करेंगी। आरडब्ल्यूए की सलाह पर उन इलाकों में ये मशीनें चलाई जाएंगी, जहां प्रदूषण की ज्यादा समस्या है। इसके साथ ही लैंडफिल साइट पर एंटी स्माग गन भी चलाई जाएगी।

वाटर स्प्रिंकलर लगाकर कम करेंगे प्रदूषण

पूर्वी निगम के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी निगम क्षेत्र में प्रदूषण के लिए तीन हाटस्पाट हैं। इसमें आनंद विहार, विवेक विहार व मंडोली शामिल है। यहां पर वाटर स्प्रिंकलर लगाकर प्रदूषण को कम किया जाएगा। आनंद विहार में मेट्रो स्टेशन से लेकर रेलवे स्टेशन और बस अड्डा है, इसलिए यहां पर प्रदूषण को कम करने के लिए काम किया जाएगा। वहीं, खराब सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी। खाली स्थानों पर पौधे लगेंगे।

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