Coronavirus Vaccination: दिल्ली में कर्मचारियों को रात में भी लगाया जाएगा कोरोना का टीका

Coronavirus Vaccination लोकनायक अस्पताल में प्रतिदिन 500 लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था है। इसके लिए तीन टीकाकरण केंद्र बने हैं। अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के लिए रात में भी टीकाकरण की व्यवस्था की गई है ताकि दिन में ड्यूटी के बाद पुलिस कर्मी रात में भी टीका लगवा सकते हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:40 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 08:47 AM (IST)
Coronavirus Vaccination: दिल्ली में कर्मचारियों को रात में भी लगाया जाएगा कोरोना का टीका
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में प्रतिदिन 500 लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।

नई दिल्ली। हाल के दिनों में दिल्ली में कोरोना के मामले थोड़े बढ़े हैं। टीकाकरण की रफ्तार भी उम्मीद से कम रही है। ऊपर से कोरोना के नए स्ट्रेन का खतरा भी मंडरा रहा है। लोकनायक अस्पताल में सबसे बड़ा कोविड अस्पताल बनाया गया था। यहां से अबतक 11 हजार से अधिक कोरोना के मरीज ठीक हो चुके हैं। कोरोना की मौजूदा स्थिति, टीकाकरण की व्यवस्था और नए स्ट्रेन से दोबारा संक्रमण फैलने की संभावनाओं को लेकर लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार से रणविजय सिंह ने बातचीत की। पेश है उसका प्रमुख अंश:- 

 दिल्ली में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण कुछ कम रहा, इसका क्या कारण है

-टीकाकरण के प्रति उत्साह की कमी नहीं है। शुरुआत में स्वास्थ्य कर्मियों में टीके से सुरक्षा को लेकर कुछ आशंका थी। अब दूर हो गई हैं। टीका भी सुरक्षित है, इसलिए टीकाकरण बढ़ा भी है। लोकनायक अस्पताल में टीकाकरण का अभियान काफी बेहतर रहा है। अधिक संख्या में कर्मचारियों ने टीका लिया है।

टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए क्या किया जाना चाहिए?

-कोरोना के संक्रमण का चेन को तोड़ने के लिए टीका जरूर लगवाना चाहिए। टीका बहुत प्रभावी है। अब तक के टीकाकरण में हमने देखा है कि कोई खास दुष्प्रभाव नहीं है। दिल्ली में भी लाखों लोगों को टीका लग चुका है, लेकिन बहुत गंभीर दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिले। इसलिए लोग सहज होकर टीका लगवाएं।

अब बुजुर्गों व पुरानी बीमारियों से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हो रहा है, इसके लिए क्या व्यवस्था की गई है?

-लोकनायक अस्पताल में प्रतिदिन 500 लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। इसके लिए तीन टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के लिए रात में भी टीकाकरण की व्यवस्था की गई है, ताकि दिन में ड्यूटी के बाद पुलिस कर्मी रात में भी टीका लगवा सकते हैं। इस तरह अस्पताल में 24 घंटे टीकाकरण की सुविधा है। दिन में स्वास्थ्य कर्मी, बुजुर्गो व 45 साल से अधिक उम्र वाले पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को टीका लगेगा और रात में अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी टीका ले सकेंगे।

मामले फिर से बढ़ रहे हैं, यह कितनी चिंता की बात है?

-दिल्ली में कोरोना के मामले ज्यादा नहीं बढ़े हैं। थोड़े मामले जरूर बढ़े हैं। चिंता जैसी कोई बात नहीं है। संक्रमण दर अब भी बहुत कम है। लोगों ने मास्क पहनना कम कर दिया है और फिर से लापरवाही करने लगे हैं। कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है कि मास्क का इस्तेमाल जारी रखें। बाजार व कार्यालय में शारीरिक दूरी का पालन जरूर करें और नियमित अंतराल पर हाथ जरूर धोते रहें। यदि इन नियमों का ठीक से पालन किया गया तो कोरोना के मामले में अब ज्यादा नहीं बढ़ने चाहिए।

 

अभी कोरोना के नए स्ट्रेन के कितने मरीज भर्ती हैं?

-ब्रिटेन स्ट्रेन के एक-दो मामले आते रहते हैं। अभी सिर्फ चार संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। उनकी रिपोर्ट आना बाकी है। 26 ब्रिटेन स्ट्रेन से पाजिटिव पाए गए थे। वे भी ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा ब्रिटेन स्ट्रेन के करीब 100 संदिग्ध मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। दक्षिणी अफ्रीका या ब्राजील स्ट्रेन का कोई मामला नहीं आया है। अस्पताल में कोरोना के नए स्ट्रेन के संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।

लोकनायक अस्पताल में लंबे समय तक सिर्फ कोरोना के इलाज की व्यवस्था थी, अब जब ओपीडी शुरू हो गई है, तो इलाज की क्या व्यवस्था की गई है?

-कोरोना के इलाज के लिए अभी सिर्फ 300 बेड आरक्षित रखे गए हैं। बाकी अस्पताल को दूसरे रोगों के इलाज के लिए खोल दिया गया है। अस्पताल में वरिष्ठ डाक्टर व रेजिडेंट डाक्टरों सहित कुल करीब 1500 डाक्टर हैं। कुछ डाक्टर कोरोना के इलाज में लगाए गए हैं। इसके अलावा सभी विभागों की ओपीडी शुरू कर दी गई है। अभी सभी विभागों की ओपीडी में प्रतिदिन 100 मरीज देखने की व्यवस्था की गई है। इसके तहत 50 नए व 50 पुराने मरीज देखे जा रहे हैं।

लोगों को क्या संदेश देंगे, ताकि वे कोरोना के संक्रमण से बच सकें?

-कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए लापरवाही न बरतें। बचाव के नियमों का ठीक से पालन करते रहें। सोमवार से 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों व पुरानी बीमारियों से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगना शुरू होगा। इसलिए जिन लोगों को मधुमेह, ब्लड प्रेशर या कोई अन्य बीमारी है तो टीका जरूर लगवाना चाहिए। कोरोना के इलाज के दौरान बुजुर्गो में मृत्यु दर अधिक देखी गई है, इसलिए बुजुर्गों को टीका जरूर लगाना चाहिए।

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