Coronavirus: जीवन बचाने के लिए अस्पताल और मृत्यु हो जाने के बाद अंतिम संस्कार के लिए लग रही लाइन, तस्वीरें देख विचलित हो रहे लोग

Coronavirus Death देश में कोरोना के हालात बुरे हैं। राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में आइसीयू बेड खत्म हो चुके हैं आक्सीजन की कमी हो गई है। यही हाल एनसीआर का भी है। यहां भी सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में बेड खत्म हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 01:49 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 01:49 PM (IST)
Coronavirus: जीवन बचाने के लिए अस्पताल और मृत्यु हो जाने के बाद अंतिम संस्कार के लिए लग रही लाइन, तस्वीरें देख विचलित हो रहे लोग
कोरोना से हो रही मौतों के कारण श्मशान घाटों पर भी बुरा हाल है।

नई दिल्ली/गाजियाबाद, आनलाइन डेस्क। देश में कोरोना के हालात बुरे हैं। राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में आइसीयू बेड खत्म हो चुके हैं, आक्सीजन की कमी हो गई है। यही हाल एनसीआर का भी है। यहां भी सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में बेड खत्म हैं। लोग अपने जानकारों से एक बेड उपलब्ध कराने के लिए चिरौरी कर रहे हैं, संपर्क निकाल रहे हैं, सोर्स लगा रहे हैं मगर व्यवस्था के आगे सब कुछ ध्वस्त दिख रहा है। कुछ अस्पतालों में तो बेड नहीं होने का बोर्ड तक लगा दिया गया है।

उधर कोरोना से हो रही मौतों के कारण श्मशान घाटों पर भी बुरा हाल है। शवों का अंतिम संस्कार कराने के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। दिल्ली के अलावा एनसीआर के इलाके में भी शवों का अंतिम संस्कार के लिए अलग से शेड तैयार किए जा रहे हैं। दिल्ली के निगम बोध घाट की बात करें या फिर गाजियाबाद के हिंडन श्मशान घाट की, इन दोनों जगहों पर ही शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए पहले से बने शेड कम पड़ गए हैं। यहां नए शेड बनाए जा रहे हैं। शवों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। लोग शव लेकर श्मशान घाट पहुंच रहे हैं और अंतिम संस्कार के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आ रहे हैं।

20 नए प्लेटफार्म बनाए जा रहे

निगम बोध संचालन समिति के अध्यक्ष सुमन गुप्ता ने बताया कि शुरूआत में हमने 20 प्लेटफार्म आरक्षित किए थे, लेकिन जिस तेजी से लोगों की कोरोना से मौत हो रही उससे कोरोना के मृतकों के अंतिम संस्कार की संख्या भी बढ़ रही है। इसको देखते हुए अभी 120 में 55 प्लेटफार्म कोरोना से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए आरक्षित किए गए हैं। चूंकि यह संख्या और आगे बढ़ सकती है इसलिए 20 नए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। ताकि अंतिम संस्कारों की संख्या बढ़े तो लोगों को कोई दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि अस्पतालों से समन्वय के जरिए कोरोना से मृतकों के शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैं। जिनका तय स्थान पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

अगले दिन ही उठानी होगी अस्थियां

कोरोना से मृतकों के अंतिम संस्कार की संख्या बढ़ते देख अब लोगों को अगले दिन ही अस्थियां उठानी होगी। निगम बोध संचालन समिति ने अंतिम संस्कार की बढ़ती संख्या को देखते हुए अनिवार्य कर दिया है। इसको लेकर श्मशान घाट पर बोर्ड भी लगाया गया है। संचालन समिति का कहना है कि पहले सामान्य लोगों के अंतिम संस्कार में दो से तीन दिन का समय दे दिया जाता था। लेकिन चूंकि कोरोना का समय है इसलिए बढ़ते दवाब को देखते हुए 24 घंटे के भीतर लोगों को अस्थियां उठानी होगी। समिति ने बताया कि अस्थियां उठा लें अगर विसर्जित करने का समय आगे बढ़ाना है तो अस्थियों को रखने की सुविधा निश्शुल्क उपलब्ध है।

हरनंदी मोक्ष स्थल पर 53 प्लेटफार्म

गाजियाबाद के हरनंदी मोक्ष स्थल पर शनिवार शाम सात बजे तक 19 शव पहुंचे थे। सामान्य दिनों में 20 से 25 शव मोक्ष स्थल पर आते हैं। शुक्रवार को मोक्ष स्थल पर 40 से अधिक शव पहुंचे थे। अंतिम संस्कार करने वाली खराब इलेक्टि्रक मशीन को भी ठीक करा दिया गया है। हरनंदी मोक्ष स्थल पर 53 प्लेटफार्म हैं। प्लेटफार्म पर अंतिम संस्कार के बाद तीसरे दिन स्वजन अस्थियां लेकर विसर्जन करने जाते हैं। लिहाजा अस्थियां उठने के बाद ही दूसरे शव का उस प्लेटफार्म पर अंतिम संस्कार किया जाता है। शनिवार को 15 सामान्य शवों का अंतिम संस्कार सामान्य प्लेटफार्म पर किया गया। जबकि चार शवों का अंतिम संस्कार इलेक्टि्रक शव दाह गृह के पास बने कोरोना प्लेटफार्म पर किया।

मशीन को कराया गया ठीक

इलेक्टि्रक शवदाह गृह में कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार कराया जाता है। इस मशीन में एक शव को जलने में चार घंटे लगते हैं। यह मशीन खराब हो गई थी। शनिवार को मशीन को ठीक करा दिया गया। वहीं, देर शाम को हरनंदी पर शव रखे होने की फोटो व वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हो गए। यह फोटो पुरानी बताई जा रही है।

सबसे ज्यादा हरनंदी पर आते हैं शव

जिले का सबसे बड़ा मोक्ष स्थल हरनंदी मोक्ष स्थल है। इसके शहर के ज्यादातर लोग इसी के बारे में जानते हैं। दिल्ली से भी कुछ लोग शव का अंतिम संस्कार कराने हरनंदी मोक्ष स्थल आ जाते हैं। लेकिन जिले में कई अन्य स्थानों पर भी मोक्ष स्थल हैं। वहां पर लोग कम जाते हैं।

शहर में मोक्षस्थल इंदिरापुरम शक्ति खंड मोक्ष स्थल छिजारसी स्थित हरंनदी मोक्ष स्थल घूकना स्थित हरनंदी मोक्ष स्थल बहादुरपुर स्थित हरनंदी मोक्ष स्थल अर्थला स्थित हरनंदी मोक्ष स्थल शास्त्री नगर स्थित मोक्ष स्थल प्रताप विहार स्थित मोक्ष स्थल

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