Corona Virus Vaccine: नेता नहीं हुए तो क्या, टीका लेकर नेतृत्व करने का है मौका

एम्स के कार्डियोलाजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. संदीप मिश्रा ने कहा कि डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी नेता नहीं हैं तो क्या हुआ टीका लेकर उनके पास नेतृत्व करने का मौका तो है। डॉ. संदीप मिश्रा ने बृहस्पतिवार को एम्स में स्वदेशी कोवैक्सीन टीका लिया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 12:49 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 12:49 PM (IST)
Corona Virus Vaccine: नेता नहीं हुए तो क्या, टीका लेकर नेतृत्व करने का है मौका
डॉक्टर यह भी कह रहे हैं कि राजनेता पहले टीका लगवाते तो लोगों में विश्वास पैदा होता।

नई दिल्ली। टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद तरह-तरह की आवाजें उठ रही है। कुछ डॉक्टर यह भी कह रहे हैं कि राजनेता पहले टीका लगवाते तो लोगों में विश्वास पैदा होता और लोग उनका अनुसरण करते। इसके जवाब में एम्स के कार्डियोलाजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. संदीप मिश्रा ने कहा कि डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी नेता नहीं हैं तो क्या हुआ, टीका लेकर उनके पास नेतृत्व करने का मौका तो है।

डॉ. संदीप मिश्रा ने बृहस्पतिवार को एम्स में स्वदेशी कोवैक्सीन टीका लिया। उन्होंने कहा कि यह सही है कि राजनेता टीकाकरण कराते तो लोग उत्साहित होते। स्वास्थ्य कर्मियों को टीका पहले देने का मकसद सिर्फ यह नहीं है कि डॉक्टर सुरक्षित रहें। टीका लगने से डॉक्टर तो सुरक्षित रहेंगे ही, इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मी व इलाज कराने आने वाले लोगों को भी खतरा नहीं रहेगा। इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों को पहले टीका लग रहा है। डाक्टरों को यह मौका मिला है कि वे लीडर की भूमिका निभाएं।

उन्हें आगे बढ़कर नेतृत्व क्षमता दिखानी चाहिए और टीका लगवाकर लोगों को यह बताना चाहिए कि यह सुरक्षित है। वैसे भी फेज एक और दो के क्लीनिकल ट्रायल में स्पष्ट हो चुका है कि टीका सुरक्षित है। कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल भी करीब-करीब पूरा हो चुका है। कुछ दिनों में यह आंकड़ा भी आ जाएगा कि यह कितना प्रभावी है, लेकिन ट्रायल में यह पाया गया है कि टीका लगने के बाद शरीर में अच्छी प्रतिरोधकता उत्पन्न हो रही है।

सरकारी अस्पतालों में भी बढ़ रहा है टीकाकरण दिल्ली में निजी अस्पताल टीकाकरण में सरकारी अस्पतालों पर भारी पड़ रहे हैं। हालांकि, अब धीरे-धीरे सरकारी अस्पतालों के कर्मचारियों में भी उत्साह बढ़ रहा है। यही वजह है कि एक दिन पहले लोकनायक अस्पताल में 100, डीडीयू में 92, जनकपुरी सुपर स्पेशियलिटी में 84, जीटीबी अस्पताल में 72, जगप्रवेश अस्पताल में 83, एम्स में 59 व लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में 58 कर्मचारियों ने टीके लगवाए हैं।

हालांकि, ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण का आंकड़ा अभी कम है। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बीबी बाधवा ने कहा कि अब तक टीकाकरण के दौरान गंभीर दुष्प्रभाव की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। इसलिए उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में टीकाकरण बढ़ेगा।बॉक्स राजनेता लगवाएं टीका, एम्स आरडीए ने उठाई आवाजएम्स रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने कहा है कि लोगों को जागरूक करने के लिए वरिष्ठ राजनेता आगे आएं।

राजनेता टीका लेंगे तो स्वास्थ्य कर्मी व दूसरे लोग भी टीका लेने के लिए प्रेरित होंगे। आरडीए के अध्यक्ष डॉ. आदर्श प्रताप ¨सह ने कहा वरिष्ठ नेताओं से लोग प्रभावित होते हैं। कई देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने पहले टीके लगवाए। यहां भी जनप्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए।

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल व एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने पहले दिन टीका लिया। वे डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रेरणादायी हैं। इसका असर भी हुआ। डॉ. आदर्श खुद भी ट्रायल के दौरान एम्स में टीका लेने से नहीं घबराए, लेकिन उन्होंने कहा कि यदि राजनेता टीका लेते हैं तो लोगों में विश्वास अधिक पैदा होगा। 

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी