Coronavirus: दिल्ली की जेलों में भी कोरोना का कहर, मंडोली की जेल सुपरिंटेंडेंट और तिहाड़ के डॉक्टर पॉजिटिव

कोरोना वायरस का संक्रमण दिल्ली की जेलों में भी दिखने लगा है। बीते कुछ दिनों से यहां बंद कैदियों और अन्य स्टाफ में भी कोरोना संक्रमण देखने को मिल रहा है। बुधवार को जेल में बंद कुल 190 कैदियों की जांच की गई इसमें 121 स्वस्थ पाए गए।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 03:30 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 10:02 PM (IST)
Coronavirus: दिल्ली की जेलों में भी कोरोना का कहर, मंडोली की जेल सुपरिंटेंडेंट और तिहाड़ के डॉक्टर पॉजिटिव
कोरोना वायरस का संक्रमण दिल्ली की जेलों में भी दिखने लगा है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संक्रमण दिल्ली की जेलों में भी दिखने लगा है। बीते कुछ दिनों से यहां बंद कैदियों और अन्य स्टाफ में भी कोरोना संक्रमण देखने को मिल रहा है। बुधवार को जेल में बंद कुल 190 कैदियों की जांच की गई, इसमें कोरोना से संक्रमित 121 स्वस्थ हो गए, जबकि दो की मौत हो गई। ये संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जेल प्रशासन इसको लेकर चिंतित है और बचाव के तमाम उपाय कर रहा है। पहली लहर में भी जेल प्रशासन ने कोरोना से कैदियों को बचाने के लिए कदम उठाए थे।

कैदियों के अलावा जेल स्टाफ में भी बड़े पैमाने पर संक्रमण देखने को मिल रहा है। जेल के 304 स्टाफ में जांच की गई, जिसमें 293 कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि 11 अभी भी इलाज करवा रहे हैं।

बुधवार को मंडोली और तिहाड़ जेल में भी कैदी और अन्य स्टाफ की जांच की गई, इसमें मंडोली जेल की सुपरिंटेंडेंट अनीता दयाल और तिहाड़ जेल के दो डॉक्टर भी संक्रमित पाए गए। कुल 11 स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। संक्रमण को देखते हुए यहां बंद कैदियों और अन्य स्टाफ की जांच की जा रही है, जिससे संक्रमित होने वाले लोगों से बाकी को बचाया जा सके।

एक सप्ताह में दो गुना बढ़े मामले

पिछले एक सप्ताह के भीतर दो गुना से अधिक मामले बढ़ने से प्रशासन की चुनौतियां भी बढ़ी हैं। क्षमता से दो गुना अधिक कैदियों के होते हुए इन चुनौतियों से कैसे पार पाया जाए, इसके लिए बैठकों का दौर चालू है। बता दें कि आठ अप्रैल को जेल में कोरोना संक्रमितों की तादाद 23 थी। यह तादाद 13 अप्रैल को बढ़कर 52 पहुंच गई।

यानि दो गुना से अधिक तेजी से संक्रमण के मामले केवल पांच दिन में बढ़ गए। जेल सूत्रों का कहना है कि संक्रमण बढ़ने के मामले के पीछे सबसे बड़ा कारण नए कैदियों का जेल में लगातार पहुंचना है। जमानत पर छूटने के बाद जो कैदी जेल में समर्पण के लिए पहुंच रहे हैं उनमें से भी कई कैदी संक्रमित हैं।

संक्रमण का पता चलते ही उनका उपचार शुरू कर दिया जाता है। लेकिन संक्रमण का मामला केवल यहीं देखने को मिल रहा है, ऐसी बात नहीं है। जेल के भीतर भी कई कैदी संक्रमण की चपेट में है। हालांकि, जेल प्रशासन यह बताने से कतरा रहा है कि किस जेल में कितने संक्रमितों का पता चला है।

174 कैदी संक्रमण की चपेट में

कोरोना की दस्तक के बाद से अभी तक जेल में कुल 174 कैदी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 120 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। दो कैदियों की मौत हुई है। वहीं जेलकर्मियों की बात करें तो 300 कर्मी संक्रमण की चपेट में आए। इनमें से 293 ठीक हो गए। फिलहाल सात जेलकर्मियों का उपचार चल रहा है।

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