दिल्ली के नामी अस्पताल में बेड से गिरकर हुई कोरोना मरीज की मौत, लगा लापरवाही का आरोप

राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल ने बताया कि यह मामला हाल में संज्ञान में आया है। तीन सदस्यीय समिति जांच कर रही है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही कुछ टिप्पणी संभव है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 14 Feb 2021 11:28 AM (IST) Updated:Sun, 14 Feb 2021 11:28 AM (IST)
दिल्ली के नामी अस्पताल में बेड से गिरकर हुई कोरोना मरीज की मौत, लगा लापरवाही का आरोप
राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल ’ फाइल फोटो

नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में करीब तीन महीने पहले कोरोना मरीज की मौत मामले में लापरवाही का आरोप लगा है। मृतक राकेश कुमार के बेटे उत्तम कुमार ने इस संबंध में दिल्ली मेडिकल काउंसिल में शिकायत की है। इस पर संज्ञान लेते हुए डीएमसी ने अस्पताल प्रशासन से जवाब तलब कर लिया है। इसके साथ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी उपयुक्त कार्रवाई के निर्देश के साथ मामले को शाहदरा जिलाधिकारी के पास भेज दिया है। उधर, अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है। इस समिति की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल काउंसिल को जवाब दिया जाएगा।

शाहदरा निवासी उत्तम कुमार ने बताया कि गत 16 नवंबर को उनके पिता कोरोना से संक्रमित हुए थे। पहले उन्हें कड़कड़डूमा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबियत बिगड़ने पर 19 नवंबर को वह पिता को लेकर राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल पहुंचे। यहां पहले तो भर्ती करने में आनाकानी की गई।

काफी मिन्नतों के बाद उन्हें आइसीयू में भर्ती किया गया। इसी दौरान वह पिता के लिए कपड़े लाने घर चले गए। आधे घंटे के भीतर उनके पास पिता के निधन की सूचना आ गई। अस्पताल ने मेडिकल रिपोर्ट में बताया कि आइसीयू में बेड से गिरने के कारण ऑक्सीजन की नली हट गई थी। इसके साथ मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया गया है।

उत्तम कुमार का कहना है कि आइसीयू में मरीज का इस तरह से बेड से गिरना लापरवाही को ही दर्शाता है। उन्होंने घटना के वक्त आइसीयू में तैनात डॉक्टर, नर्स और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में 2 दिसंबर को उन्होंने डीएमसी में शिकायत की थी। जनवरी में डीएमसी ने उनसे मामले से जुड़े कागजात मांगे। इसके साथ उत्तम ने मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत दे दी। 21 जनवरी को डीएमसी ने अस्पताल प्रशासन को नोटिस जारी किया है। वहीं, मानवाधिकार आयोग ने चार फरवरी को जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है।

राजीव गांधी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. बीएल शेरवाल ने बताया कि यह मामला हाल में संज्ञान में आया है। तीन सदस्यीय समिति जांच कर रही है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही कुछ टिप्पणी संभव है।

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