CoronaVirus News: दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर में 0.08 फीसद का इजाफा
राजधानी में कोरोना की संक्रमण दर में आंशिक बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से संक्रमण दर 0.05 फीसद से बढ़कर 0.08 फीसद हो गई है। मरीजों की होम आइसोलेशन अवधि पूरी होने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में कोरोना की संक्रमण दर में आंशिक बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से संक्रमण दर 0.05 फीसद से बढ़कर 0.08 फीसद हो गई है। लिहाजा बुधवार को 50 से अधिक 57 नए मामले आए। मंगलवार को जारी आकड़ों के मुताबिक एक दिन में 38 नए मामले सामने आए थे और इसमें किसी भी मरीज की मौत दर्ज नहीं हुई थी। जबकि संक्रमण दर 0.05 फीसदी दर्ज की गई थी। इसी के साथ ही राजधानी में कुल सक्रिय मामले बढ़कर 404 हो चुके हैं जिनमें से 95 मरीजों का उनके आसपास पर उपचार चल रहा है।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि मरीजों की होम आइसोलेशन अवधि पूरी होने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया है। साथ ही पूर्व की भांति कंटेनमेंट जोन की संख्या 93 है। राहत की बात यह है कि लगातार आठवें दिन कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई। इस माह अब तक 14 दिन ऐसे रहे हैं जब कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के अब तक कुल 14 लाख 38 हजार 345 मामले आ चुके हैं। जिसमें से 14 लाख 12 हजार 858 मरीज ठीक हो चुके हैं। मृतकों की कुल संख्या 25,083 है। मौजूदा समय में 404 सक्रिय मरीज हैं। जिसमें से 241 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। जानकारी के मुताबिक पिछले एक दिन में 74,199 सैंपल की जांच में 0.08 फीसदी कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं इस दौरान 53 मरीजों को स्वस्थ घोषित किए गए। नए मामले अधिक होने की वजह से पिछले एक दिन में चार मामले सक्रिय मरीजों में भी बढ़े हैं।
तेजी से बढ़ता जा रहा है टीकाकरण
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 16 जनवरी से शुरू हुई टीकाकरण की कवायद के बाद से राजधानी में अब तक 1,53,36,113 लोग वैक्सीन ले चुके हैं जिनमें से 1.09 करोड़ से अधिक लोगों को एक खुराक मिली है। जबकि अन्य लोगों ने दोनों खुराक लेकर टीकाकरण पूरा कर लिया है। लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए टीकाकरण बहुत तेज गति से चल रहा है। मुस्लिम बाहुल इलाके में भी सेंटर खोलकर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को रोजाना मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह भी दी जा रही है। कोरोना गाइडलाइन का पालन करके इस बीमारी को आसानी से हराया जा सकता है।