कनाट प्लेस जा रहे घूमने तो जरा इन बातों का रखें ख्याल, जरा सी चूक से बिगड़ सकती है आपकी शाम

कनाट प्लेस में भिखारियों बेघरों और नशेड़ियों का जगह-जगह आशियाना बनता जा रहा है। वहीं फुटपाथ पर अवैध पटरी वालों का कब्जा होने से पैदल चलने वालों को परेशानी हो रही है। रात में दुकानों के सामने बेघर और नशेड़ियों का जमघट लग जाता है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 04:37 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 04:37 PM (IST)
कनाट प्लेस जा रहे घूमने तो जरा इन बातों का रखें ख्याल, जरा सी चूक से बिगड़ सकती है आपकी शाम
कनाट प्लेस बन रहा है बेघरों का अड्डा।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली का दिल कनाट प्लेस इन दिनों अपनी बदहाल होती सूरत को देखकर रो रहा है। ऐसे में अगर आप शाम को यहां घूमने जा रहे हैं तो यहां पर आपको सावधानी बरतनी होगी। आपकी जरा सी चूक से आपकी शाम बिगड़ सकती है। बता दें कि यहां भिखारियों, बेघरों और नशेड़ियों का जगह-जगह आशियाना बनता जा रहा है। वहीं, फुटपाथ पर अवैध पटरी वालों का कब्जा होने से पैदल चलने वालों को परेशानी हो रही है। रात में दुकानों के सामने बेघर और नशेड़ियों का जमघट लग जाता है। जिससे बाजार में खरीदारी करने आए लोगों को चोरी होने का डर सताता रहता है।

छुट्टी के दिन में बढ़ जाती है सामान बेचने वालों की संख्या

इन दिनों इनर सर्कल और आउटर सर्कल में हालात एक जैसे बन गए हैं। वहीं, साप्ताहिक छुट्टी के मौकों पर घूम-घूमकर सामान बेचने वालों की संख्या बढ़ जाती है। जिससे एक गलियारे से दूसरे गलियारे जाने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। यही नहीं यहां के शौचालय भी बदहाल हैं। इससे यहां आए पर्यटकों के सामने कनाट प्लेस की छवि धूमिल हो रही है। इन समस्याओं से भ्रमण करने आए लोगों के साथ स्थानीय दुकानदार भी दुखी हैं। कई बार तो भिखारी अपने बच्चों से पैसे मंगवाते हैं, जिससे यह बच्चे लोगों का हाथ तक पकड़ लेते हैं और पैसे देने की जबरदस्ती करते दिखाई देते हैं।

प्रशासन को कई बार लिखी जा चुकी है चिट्ठी

नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव विक्रम बधवार ने बताया कि इन लोगों ने अपना कब्जा कर लिया है। इस संबंध में कई बार प्रशासन को चिट्ठी लिखी जा चुकी है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने बताया कि लाकडाउन से पहले इतनी खराब स्थिति नहीं थी। इस समय रात में यहां से अकेले निकलने में भी डर लगता है। ये लोग महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक खतरा बनते जा रहे हैं। वहीं, नशेड़ी दुकानों के बाहर पड़े रहते हैं, जिससे ग्राहकों को कई बार दुकान के अंदर आने में परेशानी होती है। इससे कारोबार पर भी असर पड़ रहा है।

पहले नहीं थी ऐसी स्थिति

पटेल नगर से घुमने आए आशुतोष ने बताया कि यहां इससे पहले ऐसी स्थिति नहीं देखी। पटरी वालों ने यहां के गलियारों को धीरे-धीरे पूरी तरह घेर लिया है। इससे पैदल चलने में परेशानी होती है। शाम के समय यह समस्या और बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि नशेड़ी नशे करके इधर-उधर पड़े रहते हैं, जिससे हमेशा हम लोगों परेशानी होती है।

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