Delhi MCD Election 2022: कांग्रेस की पोल खोल यात्रा आज से, भाजपा-AAP दोनों होंगे निशाने पर
Delhi MCD Election 2022 सोमवार से प्रदेश कांग्रेस दिल्ली और केंद्र सकरार की विफलताओं को जनता तक पहुंचाने के लिए पोल खोल यात्रा शुरू कर रही है। इसमें कांग्रेस न केवल दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार पर हमलावर होगी बल्कि भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला होगा।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 की तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी अब मुखर होने जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार से प्रदेश कांग्रेस दिल्ली और केंद्र सकरार की विफलताओं को जनता तक पहुंचाने के लिए पोल खोल यात्रा शुरू कर रही है। इसमें कांग्रेस न केवल दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार पर हमलावर होगी, बल्कि भारतीय जनता पार्टी भी निशाने पर होगी।
पोल खोल यात्रा का संदेश आम जनता तक पहुंचाने को इंटरनेट मीडिया टीम का गठन
इसके लिए इंटरनेट मीडिया टीम का गठन किया गया है। प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन राहुल शर्मा ने रविवार को इस टीम के नवनियुक्त पदाधिकारियों की एक बैठक की, जिसमें उन्हें पोल खोल यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदरी दी गई।
कांग्रेस का आरोप, अरविंद केजरीवाल ने दलित छात्रों को किया गुमराह
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने मुख्यमंत्री अर¨वद केकांग्रेस का आरोप, केजरीवाल ने दलित छात्रों को किया गुमराह जरीवाल पर दिल्ली के दलित छात्रों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों से सत्ता में रहने के बाद आप सरकार को अब जाकर दलित छात्रों को पढ़ाई में उत्कृष्ट बनाने के लिए उनकी मदद करने की सुध आई है। जबकि पढ़ाई में असफल होने वाले जिन अधिकांश छात्रों ने अपनी स्कूली शिक्षा ही नहीं ली, उनमें से एक बड़ा फीसद दलित समुदाय से रहा है।चौधरी ने रविवार को प्रदेश कार्यालय में एक बैठक के बाद कहा कि दिल्ली में स्कूली शिक्षा की दयनीय स्थिति का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि शिक्षकों के 45 फीसद पद खाली पड़े हैं और प्राचार्यों के 750 पद भरे ही नहीं गए हैं।
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जयंती और अंबेडकर जयंती के दौरान अरविंद केजरीवाल बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं जो कभी पूरी नहीं होती हैं।अनिल ने यह भी कहा कि केजरीवाल सरकार का दलित छात्रों को 10 लाख रुपये तक तक लोन देना उच्च शिक्षा के छात्रों के साथ उपहास जैसा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने अपनी इस योजना के माध्यम से पिछले सात सालों में 10वीं पास करने वाले 9.68 लाख और 12वीं पास करने वाले 8.4 लाख छात्रों में से मात्र 348 गिने-चुने छात्रों को ही लोन दिया है।