कांग्रेस का अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमला, 15 साल पीछे चल गई दिल्ली
प्रदेश उपाध्यक्ष जयकिशन ने बुधवार को कहा कि कोरोना प्रबंधन में केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही असफल रही हैं। ऐसे में या तो सर्वदलीय बैठक बुलाकर महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजाम पर विचार किया जाए अन्यथा राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए सोचा जाए।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। प्रदेश उपाध्यक्ष जयकिशन ने बुधवार को कहा कि कोरोना प्रबंधन में केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही असफल रही हैं। ऐसे में या तो सर्वदलीय बैठक बुलाकर महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजाम पर विचार किया जाए अन्यथा राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए सोचा जाए। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे, जबकि निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन। ऐसे में दिल्लीवासी जाएं तो जाएं कहां। उन्होंने आप सरकार पर कमोबेश हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित सरकार के 15 साल के कार्यकाल में दिल्ली ने जितना विकास किया था, आज दिल्ली उतनी ही पीछे चली गई है। एक नया अस्पताल नहीं बना, अस्पतालों की क्षमता नहीं बढ़ी।
दिल्ली सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक बनाकर सिर्फ वाहवाही बटोरने का काम किया। स्वास्थ्य ही नहीं, हर मोर्चे पर यह सरकार विफल साबित हुई है। एक नया स्कूल- कालेज नहीं बना। सड़कों की मरम्मत और नालों की सफाई तक नहीं होती। सबसे ज्यादा दुखद यह कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं अपनी गलती मानने, उसमें सुधार करने के बजाय सभी को गुमराह करने में लगे हुए हैं। उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
दुख की बात यह भी है कि मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक सरकार का हिस्सा होते हैं। इनसे हमेशा मदद की उम्मीद की जाती है, लेकिन आज दिल्लीवासी बेबस हो चुके हैं। उन्हें कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है। कोई फोन ही नहीं उठाता। दिल्लीवासियों को उपचार मिलना तो दूर, अंतिम यात्रा में अपनों का कांधा भी नहीं मिल पा रहा है। लचर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते दिल्लीवासी जिंदगी की जंग हारते जा रहे हैं।