किसानों के प्रति केजरीवाल के मन में कोई संवेदना नहीं, सब चुनावी प्रपंच : कांग्रेस
Delhi Congress News प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि पंजाब उत्तर प्रदेश और तीन अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए ही केजरीवाल विधानसभा सत्र में किसानों के हमदर्द होने का दावा कर रहे हैं।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। प्रदेश कांग्रेस कहा है कि दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मन में कोई संवेदना नहीं है। एक दिवसीय विधानसभा सत्र महज चुनावी प्रपंच है। प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि पंजाब, उत्तर प्रदेश और तीन अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए ही केजरीवाल विधानसभा सत्र में किसानों के हमदर्द होने का दावा कर रहे हैं।
चौधरी ने कहा कि केजरीवाल को वास्तव में किसानों के कल्याण की परवाह है, तो दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए सात सौ किसानों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा अभी तक क्यों नहीं की? उन्हें शहीद किसानों के परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए।
चौधरी ने मांग की कि किसान आंदोलन में मारे गए सभी किसानों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने के साथ-साथ किसानों को शहीद का दर्जा भी दिया जाए। चौधरी ने मुख्यमंत्री से यह भी मांग की कि वे दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएं। इसके साथ ही दिल्ली में महिला सुरक्षा विषय पर भी विधानसभा में चर्चा करें क्योंकि ये मुद्दे दिल्लीवासियों को लंबे समय से सता रहे हैं।
दूसरे की स्वतंत्रता के हनन का नहीं है अधिकार: लेखी
इधर, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भारतीय संविधान के 72 वर्ष पूरे पर दिल्ली भाजपा कार्यालय में कहा कि भारतीय संविधान में केवल राजनीतिक व्यवस्था कैसे चले यही नहीं बल्कि समाज और सामाजिक संस्कृति, प्रशासनिक व्यवस्थाएं कैसे चले यह भी बताता है। हमारा संविधान बताता है कि व्यवस्थाओं को कैसे चलना चाहिए और हर वर्ग का कर्तव्य क्या है और यही बात इसे दूसरों से अलग करती है। हम स्वतंत्र हैं, लेकिन हमें किसी दूसरे की स्वतंत्रता के हनन का अधिकार नहीं है। एक दायरे में बंधकर ही हम अपनी स्वतंत्रता का उपयोग कर सकते हैं।