दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में अभी नहीं जाने वाली ठंड, जानें- इसका 'La Nina' से कनेक्शन
लानीना के प्रभाव से यह पहले ही बताया जा चुका है कि इस साल सर्दी का सीजन अपेक्षाकृत लंबा रहेगा। यही वजह है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में भी ठिठुरन बरकरार है। यह सिलसिला फरवरी में जाकर कुछ कम होगा।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से दिल्ली में भी ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को सुबह ठंड के साथ कोहरे ने परेशान किया। अन्य दिनों की तुलना में मंगलवार को ठंड तो कम रही, लेकिन कंपकंपनी परेशान करने के लिए काफी है। वहीं, प्रादेशिक मौसम विज्ञान विभाग दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक अगले दो तीन दिन दिल्ली शीतलहर की चपेट में रहेगी। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। सोमवार को तो यह देश के 10 सर्वाधिक ठंडे शहरों में शामिल हो गई। स्काईमेट वेदर द्वारा जारी सूची में दिल्ली का नंबर 10 वां, चुरू का पहला और हिसार का तीसरा रहा।
स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के मुताबिक लानीना के प्रभाव से यह पहले ही बताया जा चुका है कि इस साल सर्दी का सीजन अपेक्षाकृत लंबा रहेगा। यही वजह है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में भी ठिठुरन बरकरार है। हवा की दिशा अब उत्तर-पश्चिमी हो गई है। इसके साथ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र की बर्फबारी का असर भी लगातार दिल्ली तक पहुंच रहा है। ऐसे में अभी इस सप्ताह तो ऐसी ही सर्दी बनी रहेगी।
ये 10 शहर रहे सबसे ठंडे
शहर न्यूनतम तापमान चुरू (राजस्थान) 3.4 डि. से.नलिया (गुजरात) 4.1 डि. से.हिसार (हरियाणा) 4.2 डि. से.नारनौल (हरियाणा) 4.3 डि. से.अमृतसर (पंजाब) 4.4 डि. से.पचमढ़ी (मध्य प्रदेश) 6.4 डि. से.बीकानेर (राजस्थान) 6.6 डि. से.फुरसतगंज (उत्तर प्रदेश) 6.7 डि. से. दिल्ली 7.4 डि. से
13 सालों में सबसे ठंडा हो सकता
यह गणतंत्र दिवसइस साल गणतंत्र दिवस भी 13 सालों में सबसे ठंडा हो सकता है। आसमान साफ रहने के बावजूद मंगलवार को कोहरा परेशान करेगा और न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।
मालूम हो कि 2008 में गणतंत्र दिवस पर न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। 2009, 2010, 2014 और 2018 में इस दिन घना कोहरा छाया था तो 2015 और 2017 में बारिश भी हुई थी। यह लगातार तीसरा साल है जब गणतंत्र दिवस पर बारिश नहीं होगी।
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