दिल्ली में ठंड से 23 लोगों की मौत, कोहरे से ट्रेनें चल रहीं देरी से, 500 उड़ानें प्रभावित

ठंड से हुई मौत के मामले में एनजीओ की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सुझाव दिया गया है कि बेघरों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ स्वास्थ्य जांच की जाए।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 08:44 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 09:07 AM (IST)
दिल्ली में ठंड से 23 लोगों की मौत, कोहरे से ट्रेनें चल रहीं देरी से, 500 उड़ानें प्रभावित
दिल्ली में ठंड से 23 लोगों की मौत, कोहरे से ट्रेनें चल रहीं देरी से, 500 उड़ानें प्रभावित

नई दिल्ली, जेएनएन। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से देश की राजधानी दिल्ली में जनवरी में अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है। सर्दी से जिनकी मौत हुई है, वे सभी बेघर थे और खुले आसमान में रात गुजारने को मजबूर थे। ठंड के कारण मरे गए लोगों की उम्र 30 से 70 वर्ष के बीच है, जबकि एक युवक की उम्र 26 वर्ष थी।

ठंड के कारण लगातार हो रही मौतों का सिलसिला आगे रोकने के लिए सेंटर फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट एनजीओ के सुनील कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कई सुझाव दिए हैं।

सर्दी में खुले में सोने के कारण जिन लोगों ने दम तोड़ा है, उनमें अधिकांश शाजनाबाद, चांदनी चौक, रामलीला मैदान, कश्मीरी गेट और दरियागंज के आसपास हुई हैं। ठंड के कारण हुई मौत के मामले में एनजीओ की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सुझाव दिया गया है कि बेघरों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ समय-समय पर उनकी स्वास्थ्य जांच की जाए। जिन स्थानों पर लोग खुले में सोते हैं, वहां के नजदीकी फ्लाईओवर के नीचे उन्हें सर्दी से बचाने की व्यवस्था की जाए। बेघरों की सही संख्या की जानकारी के लिए फिर से सर्वे होना चाहिए। समय-समय पर आश्रय गृह का निरीक्षण किया जाए।

ईस्टर्न पेरिफेरल वे पर भिड़े 20 वाहन, 16 घायल

बागपत में कोहरे के कारण ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) पर 20 वाहन आपस में टकरा गए। हादसे में 16 लोग घायल हुए हैं। घायल कैंटर चालक गाजियाबाद निवासी सोनू वर्मा ने बताया कि वह सोनीपत से कूलर लेकर गाजियाबाद जा रहा था। आगे चल रही कार चालक ने ब्रेक लगा दिए तो पीछे चल रहा डंपर कार से टकराया। एक-एक कर 20 वाहन एक दूसरे से टकरा गए। घायलों को सोनीपत के अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोनीपत व बागपत टोल से नए वाहनों की एंट्री भी कुछ समय के लिए रोकनी पड़ी। वाहनों को हटाकर यातायात सुचारु कराया।

सोनीपत में केजीपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) मार्ग पर एक दर्जन वाहन आपस में टकरा गए, जिसमें एक वाहन में सवार दिल्ली के समयपुर बादली निवासी ब्रह्मवती, विजयपाल, शशि, मोनू, पिंकी व 12 वर्षीय वरूण घायल हो गए। ब्रह्मवती, विजयपाल, शशि, मोनू व पिंकी को रोहतक रेफर कर दिया गया। इसके अलावा एक अन्य हादसे में घायल राजकुमार व माया को भी रेफर किया गया है। हादसे में घायल सैदपुर निवासी अमित, दीपक व कुमासपुर निवासी रानी, फतेपुर निवासी तस्मीर व बड़ौली निवासी विशाल को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

पांच उड़ानें डायवर्ट, 500 देरी से उड़ीं

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आइजीआइ) पर शुक्रवार को घना कोहरा रहा। इससे हवाई सेवाएं चरमरा गईं। कोहरे के कारण सुबह करीब पांच घंटे तक प्रस्थान और करीब डेढ़ घंटे तक विमानों की लैं¨डग रुकी रही। इस दौरान अन्य स्थानों से आ रही पांच उड़ानों को डायवर्ट कर दूसरे एयरपोर्ट पर उतारा गया। वहीं, इसकी वजह से करीब 500 उड़ानें 15 मिनट से तीन घंटे की देरी से उड़ीं और उतरीं। इसके अलावा सुबह गणतंत्र दिवस की तैयारियों की वजह से भी 10:30 बजे से 12.15 के बीच दिल्ली के हवाई क्षेत्र को बंद रखा गया। दोपहर बाद विमानों का सामान्य संचालन शुरू किया गया। लेकिन, पिछली उड़ान के लेट होने का असर शाम तक बना रहा। डायवर्ट फ्लाइटों को मौसम ठीक होने पर दोपहर बाद दिल्ली लाया गया। इस दौरान एयरलाइन कंपनियां सोशल मीडिया पर उड़ानों के देर होने का अलर्ट कर रही थी। बावजूद इसके कई लोग समय से पूर्व एयरपोर्ट पहुंच गए। इससे यात्रियों को खासी परेशानी ङोलनी पड़ी।

एयरपोर्ट मौसम विभाग के मुताबिक बृहस्पतिवार आधी रात के बाद से ही आइजीआइ एयरपोर्ट पर कोहरा छाना शुरू हो गया था। शुक्रवार तड़के दृश्यता में अचानक कमी आनी शुरू हो गई। सुबह पांच बजे तो वहां सामान्य दृश्यता का स्तर 25 मीटर तक चला गया, जबकि रनवे पर दृश्यता का स्तर 50 से 150 मीटर तक बना हुआ था। दृश्यता कम होते ही तकनीक द्वारा विमानों का संचालन शुरू किया गया। इस दौरान विमानों की लैंडिंग तो हो रही थी, लेकिन उड़ानें पूरी तरह से रोक दी गई। यह स्थित सुबह पांच से 10 बजे तक रही। हालांकि, बीच-बीच में दृश्यता का स्तर बढ़ने पर विमानों को उड़ाया भी गया। लेकिन, उड़ानों का प्रस्थान रोकने से विमानों की उड़ान पंक्ति (रोस्टर) गड़बड़ा गई। लिहाजा उड़ने और उतरने वाली विमान लेट होने लगे। इसकी वजह से सिंगापुर से आने वाली एक उड़ान को कोलकाता, जबकि बैंकाक, दुबई, गुवाहाटी और मस्कट से आने वाली चार फ्लाइटों को जयपुर डायवर्ट किया कर दिया गया।

वहीं, इस दौरान करीब 500 उड़ानों का संचालन देरी से हुआ। ज्यादातर प्रभावित उड़ानें घरेलू थीं। 11 बजे के बाद कोहरे की स्थित में सुधार हुआ। एयरपोर्ट संचालक कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) प्रवक्ता ने बताया कि कोहरे के दौरान विमान संचालन पर कम असर पड़े, इसके लिए एयरपोर्ट पर पूरी तैयारी की गई है। रनवे पर तकनीक लगाई गई हैं। वहीं, लेट होने वाली उड़ानों के यात्रियों के लिए टर्मिनल बिल्डिंग में भी बैठने और खाने-पीने के स्टाल की अतिरिक्त व्यवस्था भी की गई है।

कोहरे से ट्रेनें प्रभावित

कोहरे की वजह से लंबी दूरी की एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें दिल्ली घंटों देरी से पहुंची। सबसे ज्यादा देरी से पूर्व दिशा की ट्रेनें दिल्ली पहुंची। पुरुषोत्तम एक्सप्रेस छह घंटे, महाबोधि एक्सप्रेस व पूर्वा एक्सप्रेस पांच-पांच घंटे, मालवा एक्सप्रेस चार घंटे, पदमावत एक्सप्रेस तीन घंटे देरी से पहुंची। अधिकारियों का कहना है कि यदि कोहरे का प्रकोप बढ़ेगा तो ट्रेनों का परिचालन बाधित होगा।

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