पांच लाख रुपये के फर्जीवाड़े में सहकारी बैंक का मैनेजर गिरफ्तार
दिल्ली संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ओ.पी. मिश्रा ने बताया कि दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रतिनिधि राजीव गुप्ता ने पुलिस में फर्जीवाड़ा किए जाने की शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि बैंक की लाजपत नगर शाख द्वारा खानपुर स्थित एक प्रॉपर्टी के आधार पर सुरिंदर कुमार को लोन दिया।
नई दिल्ली, संतोष शर्मा। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (इओडब्ल्यू) ने फर्जीवाड़े में दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक के तत्कालीन मैनेजर सतीश कुमार बिंदल को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने एक शख्स की प्रॉपर्टी गिरवी रख उसे पांच लाख रुपये का लोन दिया था। जबकि लोन लेने वाले सुरिंदर कुमार के पास कोई संपत्ति थी ही नहीं। बावजूद इसके आरोपित ने गलत सत्यापन और मूल्यांकन रिपोर्ट जारी कर लोन दिलाने में मदद की थी।
दिल्ली संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ओ.पी. मिश्रा ने बताया कि दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रतिनिधि राजीव गुप्ता ने पुलिस में फर्जीवाड़ा किए जाने की शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि बैंक की लाजपत नगर शाख द्वारा खानपुर स्थित एक प्रॉपर्टी के आधार पर सुरिंदर कुमार को 5 लाख रुपए का लोन मंजूर किया गया था, लेकिन बाद में शख्स ने लोन की कोई भी राशि नहीं चुकाई।
बैक ने जब लोन वसूली के लिए कार्रवाई शुरू की तो पता चला कि जिस संपत्ति पर लोन दिया गया है। वह मौजूद ही नहीं है। अमर कॉलोनी में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था। बाद में इसे इओडब्ल्यू में स्थानांतरित किया गया।
पुलिस जांच में फर्जीवाड़े में बैंक के तत्कालीन मैनेजर सतीश कुमार बिंदल की संलिप्तता सामने आई। उसने झूठा सत्यापन और मूल्यांकन रिपोर्ट पर शख्स को लोन देकर बैंक को चूना लगाया था। जिसके बाद डीसीपी मोहम्मद अली की टीम ने 25 नवंबर को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
मेट्रो यात्रियों से ठगी करने वाले नाबालिग सहित दो धरे
इधर, मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों से ठगी करने वाले एक नाबालिग सहित दो आरोपितों को पकड़ा गया है। आरोपित बवाना निवासी विकास नाबालिग साथी के साथ लोगों को नकली नोटों की गड्डी दिखाकर ठगी करता था। वे अब-तक ठगी की चार वारदात कर चुके हैं। उनके पास से 39 हजार रुपये, नकली नोट की गड्डी और मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
मेट्रो के पुलिस उपायुक्त जीतेंद्र मणि ने बताया कि सेना के सिग्नल कोर में असम में तैनात पलवल निवासी पीड़ित ने बताया कि उनके साथ नौ नवंबर को राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर दो अज्ञात लोगों ने ठगी की। बदमाशों ने उन्हें पांच सौ रुपये के नोट की गड्डी दिखाई और झूठी कहानी सुनाकर उनसे एसबीआइ का एटीएम कार्ड और उसका पिन नंबर हासिल कर लिया था। उनके खाते से एक लाख 63 हजार रुपये निकाल लिए गए थे। ऐसी ही घटना 10 नवंबर को नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर हुई थी। बाद में राजीव चौक मेट्रो स्टेशन और मयूर विहार फेज -एक मेट्रो स्टेशन पर भी इस तरह की ठगी के मामले सामने आए तो पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की।
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