दिल्ली के निगम बोध में अब 24 घंटे होगा सीएनजी से अंतिम संस्कार, निगम ने बढ़ाई शवदाह गृहों की क्षमता
निगम के आदेश के तहत अब निगम बोद घाट पर कोरोना के 77 शवों का अंतिम संस्कार लकड़ी से किया जा सकता है और 54 का सीएनजी से किया जा सकता है। सामान्य शवों के लिए 43 प्लेटफार्म आरक्षित हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना से मौत के बढ़ते आंकड़ों के बीच एक बार फिर निगम ने श्मशान घाटों व शवदाह गृहों की क्षमता बढ़ा दी है। इतना ही निगम बोध घाट पर सीएनजी से 24 घंटे अंतिम संस्कार की मंजूरी दे दी है। पहले रात्रि दस बजे तक ही अंतिम संस्कार किए जा सकते थे। उत्तरी निगम ने बदलते हालातों के चलते अगले आदेश तक यह फैसला लिया है। वहीं, निगम बोध घाट पर बढ़ते दवाब को देखते हुए लोकनायक अस्पताल में कोरोना से होने वाली मौत का अंतिम संस्कार इंद्रपुरी के शवदाह गृह पर भी करने की मंजूरी दे दी है।
निगम के आदेश के तहत अब निगम बोद घाट पर कोरोना के 77 शवों का अंतिम संस्कार लकड़ी से किया जा सकता है और 54 का सीएनजी से किया जा सकता है। सामान्य शवों के लिए 43 प्लेटफार्म आरक्षित हैं। इसी तरह पंचकुइंया रोड शवदाह गृह पर अब 15 कोरोना के तो पांच सामान्य अंतिम संस्कार हो सकते हैं।
इंद्रपुरी में 15 कोरोना के सात सामान्य, बेरीवाला बाग में 12 कोरोना के तो तीन सामान्य अंतिम संस्कार हो सकते हैं। वजीरपुर शवदाह गृह पर 15 कोरोना के तो 10 सामान्य, इसी तरह मंगोलपुरी 42 कोरोना के तो 10 सामान्य अंतिम संस्कार किए जा सकते हैं। मंगोल पुरी (मुस्लिम) कब्रिस्तान में 150 तो ईसाई कब्रिस्तान में 60 शवों को दफनाया जा सकता है।