वेतन न मिलने पर विरोध पर उतरे सफाई कर्मचारी, प्रदर्शन करते हुए कहा- काम बंद करने को मत कीजिए मजबूर
महापौर आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे एमसीडी सफाई मजदूर विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रणधीर गागट ने कहा कि तीन माह से वेतन नहीं मिला है तो ड्यूटी पर जाने के लिए किराया भी कर्मचारियों के पास नहीं है। ऐसे में महामारी के दौर में कर्मचारी परेशान हैं।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। उत्तरी दिल्ली में कर्मचारियों को वेतन न मिलने से लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। कर्मचारियों ने हड़ताल की चेतावनी देते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बुधवार को सफाई कर्मियों ने महापौर आवास और निगम मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर रोष जाहिर किया। कर्मचारियों का कहना है कि अगर, जल्द समाधान न हुआ तो वह हड़ताल पर चले जाएंगे। उत्तरी के साथ ही दक्षिणी निगम में भी वेतन की समस्या इस माह देखने को आ सकती है, क्योंकि उनके पास भी वर्तमान में वेतन के लिए पर्याप्त फंड नहीं है। निगम के अधिकारी फंड जुटाने के प्रयास में लगे हुए हैं।
तीन माह से नहीं मिला है वेतन
महापौर आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे एमसीडी सफाई मजदूर विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रणधीर गागट ने कहा कि तीन माह से वेतन नहीं मिला है तो हालत यह है कि ड्यूटी पर जाने के लिए किराया भी कर्मचारियों के पास नहीं है। ऐसे में महामारी के दौर में कर्मचारी अपने परिवार का इलाज किस तरह से करा रहे हैं यह वह ही जानते हैं। ऐसे में हमारी प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द वेतन जारी किया जाए। वेतन न मिलने की स्थिति में हम लोग कामबंद हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते है कि दिल्ली में गंदगी फैले और बीमारी बढ़े लेकिन हम भी अपने परिवार को चलाने के लिए ऐसा करने पर मजबूर है।
दाने-दाने को मोहताज हैं
सिविक सेंटर पर प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के राष्ट्रीय महासचिव करण सिंह महरौलिया ने कहा कि कर्मचारी इस समय दाने-दाने को मोहताज हैं। समझ में नहीं आ रहा है कि वह महामारी से लड़े या वेतन के लिए प्रशासन से, क्योंकि कर्मचारी इस समय काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वेतन के साथ कर्मचारियों के विभिन्न मुद्दें हैं जिन पर काम नहीं हो रहा है।
मैं एक नहीं कई बार दिल्ली सरकार को पत्र लिख चुका हूं कि कर्मचारियों का वेतन देने के लिए हमें फंड उपलब्ध कराए। निगमों को हर वर्ष तीन किस्तों में फंड सरकार देने का प्रावधान है। अप्रैल में पहली किस्त का 460 करोड़ रुपये आना था अभी तक नहीं आया। अगर, दिल्ली में कर्मचारियों की हड़ताल होती है तो इसके लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार होगी। हालांकि, हम कर्मचारियों से आग्रह कर रहे हैं कि वह ऐसा न करें।
जय प्रकाश, महापौर, उत्तरी दिल्ली
दिल्ली सरकार से हमने दो किस्तों का पैसा एक साथ मांगा था, लेकिन पहली किस्त का पैसा भी नहीं आया है। इस समय हमारे पास वेतन देने तक के लिए फंड उपलब्ध नहीं है। दिल्ली सरकार से अपील है कि हमें जल्द से जल्द फंड जारी करें।
नरेंद्र चावला, नेता सदन, दक्षिणी दिल्ली