व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर टोल वसूली को कैशलेस करने के दावे फेल, करोड़ों खर्च के बाद भी नगद वसूली से लगता है जाम

राजधानी में व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर टोल वसूली को बार-बार कैशलेस करने के दावे विफल साबित हो रहे हैं। यही वजह है कि टोल नाकों पर वाहनों से नकद टोल वसूली न केवल जाम का कारण बन रही है बल्कि यह हवा को भी जहरीला कर रही है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 12:07 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 12:07 PM (IST)
व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर टोल वसूली को कैशलेस करने के दावे फेल, करोड़ों खर्च के बाद भी नगद वसूली से लगता है जाम
इस परियोजना पर 50 करोड़ रुपये तक खर्च हो चुके हैं।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी में व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर टोल वसूली को बार-बार कैशलेस करने के दावे विफल साबित हो रहे हैं। यही वजह है कि टोल नाकों पर वाहनों से नकद टोल वसूली न केवल जाम का कारण बन रही है, बल्कि यह हवा को भी जहरीला कर रही है। वायु प्रदूषण को स्वच्छ रखने के लिए टोल वसूली प्रक्रिया को कैशलेस करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआइडी) को स्थापित करने का फैसला पूर्व में वायु प्रदूषण के लिए गठित पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के दिशानिर्देश पर हुआ था। इस परियोजना पर 50 करोड़ रुपये तक खर्च हो चुके हैं।

आलम यह है कि वर्ष 2018 में दिल्ली के प्रमुख टोल नाके, जिन्हें आरएफआइडी तकनीक से युक्त किया गया था उन पर भी नकद टोल का भुगतान हो रहा है। इतना ही नहीं, जिन 111 टोल नाकों पर हैंडहेल्ड डिवाइस के माध्यम से टोल की वसूली की जानी चाहिए वहां भी नकद भुगतान हो रहा है। कई वाहन ऐसे हैं जिनके पास आरएफआइडी टैग नहीं है उनसे तो नकद टोल लिया ही जा रहा है, बल्कि जिन वाहनों के पास टैग हैं उनसे भी नकद टोल वसूला जा रहा है। उल्लेखनीय है कि टोल वसूली के लिए नोडल एजेंसी के तौर पर दक्षिणी निगम कार्य करता है। निगम की ओर से कई बार आदेश जारी हुए हैं कि टैग के बिना वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा, लेकिन निगम को अब तक इस व्यवस्था को 100 प्रतिशत लागू करने में सफलता नहीं मिली है।

दैनिक जागरण ने किया निरीक्षण, नकद हो रही थी टोल की वसूली : दैनिक जागरण की टीम ने शुक्रवार को निगम के विभिन्न टोल नाकों जैसे लामपुर बार्डर, औचंदी बार्डर, निजामपुर, कुतुबगढ़, मुंगेशपुर, पंजाब खोड़, हरेवली, चिल्ला बार्डर, खोड़ा कालोनी व कापसहेड़ा टोल का निरीक्षण किया और पाया कि टैग न होने और टैग होने की स्थिति में नकद टोल भुगतान हो रहा है। ऐसे वाहन चालकों पर न कोई जुर्माना लगाया जा रहा है और न ही किसी प्रकार की रोकटोक हो रही थी।

तकनीक भी नहीं करती है काम : कई टोल नाकों पर आरएफआइडी स्कैन में दिक्कत की भी समस्या है। वाहन चालक इसको लेकर परेशान भी होते हैं। आरएफआइडी जिन टोल नाकों पर लगा है वहां पर वाहनों पर लगे टैग को स्कैन न होने पर टोलकर्मी वाहनों को आगे-पीछे करने के निर्देश देकर टैग को स्कैन करने की मशक्कत करते देखे जा सकते हैं।

13 टोल नाकों पर स्थापित की गई है आरएफआइडी तकनीक : आया नगर, टीकरी, कापसहेड़ा, बदरपुर फरीदाबाद मेन, बदरपुर सराय, शाहदरा फ्लाईओवर, डीएनडी फ्लाईओवर, रजोकरी, कुंडली, गाजीपुर मेन, गाजीपुर ओल्ड, केजीटी कुंडली व शाहदरा मेन टोल।

अब तक की डेडलाइन

23 अक्टूबर 2018 को 13 टोल नाकों को आरएफआइडी टैग से लैस किया गया’ 1 जुलाई 2019 से आठ टोल नाकों पर आरएफआइडी से वाहनों का प्रवेश अनिवार्य किया गया 15 अगस्त 2019 से 13 टोल नाकों को आरएफआइडी से वाहनों का प्रवेश अनिवार्य किया गया 15 अगस्त 2019 से 13 टोल नाकों पर आरफआइडी से प्रवेश लागू नहीं हो पाया तो इसे 23 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया। 24 अगस्त 2019 को जब यह अनिवार्य किया गया तो व्यवस्था ठप हो गई। निगम ने टैग न होने पर दोगुना शुल्क लेने की बात कही थी 1 सितंबर 2019 को टैग का पंजीकरण कराने के लिए वेबसाइट जारी की गई 2020 में लाकडाउन के चलते निगम टोल पर ज्यादा काम नहीं कर पाया, लेकिन सभी टोल नाकों को आरएफआइडी से लैस कर दिया। इसमें 111 टोल नाकों पर हैंड हेल्ड डिवाइस उपलब्ध कराई गई ’ 2020 में अनलाक के बाद निगम ने आंतरिक स्तर पर कई बार टोल नाकों पर टैग से प्रवेश को अनिवार्य करने की कोशिश की 1 जनवरी 2021 से फिर 13 टोल नाकों पर टैग से प्रवेश को अनिवार्य किया गया, लेकिन यह लागू नहीं हो पाया।  30 जून 2021 को 124 टोल नाकों पर टैग से प्रवेश को अनिवार्य किया गया, लेकिन जाम लग जाने की वजह से व्यवस्था लागू नहीं हो पाइ। जागरण सुझाव निगम को चाहिए कि ऐसे व्यावसायिक वाहन, जिनके पास टैग नहीं है या रिचार्ज नहीं हैं उनका प्रवेश ही बंद कर दे। निगम ऐसी व्यवस्था करे कि टोल नाकों पर जाम इस कारण जाम न लगे। नकद वसूली पर भारी जुर्माना लगाया जाए। लाख व्यावसायिक वाहनों से ले रखा है आरएफआइडी टैग 20 हजार वाहनों का हो रहा है केवल आरएफआइडी से प्रवेश वाहनों के परमिट रद करने की हो चुकी है परिवहन विभाग से सिफारिश टोल नाकों पर डिवाइस से टैग होना चाहिए स्कैन टोल नाकों पर स्थापित है आरएफआइडी तकनीक

कुछ जरूरी बातें हम टोल का भुगतान आरएफआइडी तकनीक से लेने का प्रयास कर रहे हैं। अब जो व्यावसायिक वाहन बिना टैग के या रिचार्ज न होने पर प्रवेश की कोशिश करेंगे उन वाहनों का पंजीकरण निरस्त करने लिए परिवहन विभाग को पत्र लिखा जाएगा।-मुकेश सुर्यान, महापौर, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम

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