Wine Home Delivery: सीआईएबीसी ने शराब की होम डिलीवरी योजना का स्वागत किया
हम लंबे समय से इसकी ही मांग कर रहे थे। पिछले महीने भी हमने सरकार से दिल्ली में शराब की होम डिलीवरी की अनुमति देने का अनुरोध किया था। कई राज्यों में यह सुविधा है और इसके कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आए हैं।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। भारतीय मादक पेय कंपनियों के संघ कंफिडेरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज (Confederation of Indian Alcoholic Beverage Companies) के महानिदेशक विनोद गिरि ने कहा कि हम लंबे समय से इसकी ही मांग कर रहे थे। पिछले महीने भी हमने सरकार से दिल्ली में शराब की होम डिलीवरी की अनुमति देने का अनुरोध किया था। कई राज्यों में यह सुविधा है और इसके कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आए हैं।
तकनीक की बात करें तो ऐसे कई सुरक्षात्मक टूल या विकल्प तकनीक उपलब्ध कराती है। जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि शराब की होम डिलीवरी योजना से गलत लोगों तक शराब नहीं पहुंचे। भारत के ऐसे राज्य जो पहले से यह सुविधा दे रहे हैं। वहां के अनुभव भी यही साबित करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ऐसे अन्य राज्य जहां पर शहरी आबादी अधिक है। वे सभी दिल्ली से सीख लेते हुए अपने यहां पर भी शराब की होम डिलीवरी को सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने किा कि मुंबई और कोलकाता दो ऐसे शहर हैं। जिसने यह उदाहरण पेश किया है कि ऐसा तंत्र विकसित किया जा सकता है। जिससे यह सुनिश्चित हो सकता है कि शराब की होम डिलीवरी योजना का संचालन बिना किसी समस्या के भी हो सकता है।
महाराष्ट्र में पिछले साल की तुलना में इस साल शराब की बिक्री अधिक हुई है। इससे सरकार को कोरोना की वजह से गिरी बिक्री का घाटा कम करने में भी मदद हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी राज्य सरकारों से अनुरोध करते हैं कि वे शराब की होम डिलीवरी योजना को शुरू करें। इससे कोरोना महामारी के समय शराब के लिए किसी को दुकान पर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण का दौर जल्द जाने वाला नहीं है, ऐसे में शराब की होम डिलीवरी की योजना लोगों के साथ-साथ बाजार के हित में भी है।