पिता के संग 30 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे बच्चे, मोबाइल नेटवर्क ने भी दिया धोखा
लिफ्ट में बच्चों का बुरा हाल हो गया। इस दौरान बच्चे रोने बिलखने लगे। चीख पुकार सुनकर एकत्र हुए सोसायटी के लोगों ने सूचना मेंटेनेंस प्रबंधन को दी।
नोएडा (जेएनएन)। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटियों में लिफ्ट गिरने व खराब होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन लिफ्ट खराब हो रही हैं। विभिन्न सोसायटियों में लिफ्ट गिरने से लोग चोटिल हो रहे हैं। बावजूद इसके सोसायटी प्रबंधन हादसों से सबक लेता दिखाई नहीं दे रहा है।
लिफ्ट में बच्चों समेत फंस गए पिता
सोमवार को ला रेजिडेंसिया सोसायटी में लिफ्ट खराब होने का मामला सामने आया। जिस समय लिफ्ट खराब हुई उसमें पिता व उनके दो बच्चे अंदर थे। लिफ्ट खराब होने के बाद करीब आधा घंटे तक तीनों लिफ्ट में फंसे रहे। किसी तरह जानकारी बिल्डर प्रबंधन व सोसायटी के लोगों को मिली। तब जाकर लिफ्ट से तीनों को बाहर निकाला जा सका।
अचानक रुक गई लिफ्ट
ला रेजिडेंसिया सोसायटी निवासी राजीव रंजन अपने दो बच्चों दर्श रंजन (चार साल) व आरवी रंजन (नौ साल) को सोमवार को करीब साढ़े 12 बजे स्कूल से लेकर सोसायटी लौटे। गाड़ी पार्क करने के बाद वे अपने बच्चों के साथ टावर दस के ग्राउंड फ्लोर से सातवें फलोर पर स्थित अपने फ्लैट संख्या 704 जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुए। लिफ्ट का बटन दबाने के बाद दरवाजा बंद हुआ और लिफ्ट सीधे ऊपर जाने लगी। लेकिन चंद मिनटों बाद अंधेरा होने के साथ ही लिफ्ट रूक गई।
काम नहीं किया आपातकालीन बटन
राजीव रंजन ने अपने मोबाइल से प्रकाश कर आपातकालीन बटन दबाया। आरोप है कि आपातकालीन बटन ने कोई काम नहीं किया। उन्होंने लिफ्ट में फंसने की सूचना फोन के माध्यम से बिल्डर प्रबंधन व सोसायटी के लोगों को देना चाही, लेकिन मोबाइल नेटवर्क की समस्या के चलते काफी देर तक संपर्क नहीं हो सका।
लिफ्ट खोलने में लग गए 30 मिनट
लिफ्ट में बच्चों का बुरा हाल हो गया। इस दौरान बच्चे रोने बिलखने लगे। चीख पुकार सुनकर एकत्र हुए सोसायटी के लोगों ने सूचना मेंटेनेंस प्रबंधन को दी। आरोप है कि मेंटेनेंस टीम के पास कोई टेक्नीशियन नहीं था। लिफ्ट खोलने में प्रबंधन को करीब 30 मिनट लग गए। सोसायटी के लोगों में बिल्डर प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश है।