Chhat 2020: दिल्ली की कॉलोनियों में खूब सुनाई दे रहे हैं छठी मईया के गीत

Delhi Chhath festival 2020 जय विहार बापरौला विहार महावीर एंक्लेव राजनगर कुवंर सिंह नगर व नजफगढ़ के कालोनियों में छठ के गीत बजने लगे हैं। लोग तड़क भड़क से ज्यादा पारम्परिक गीतों को पंसद कर रहे हैं।

By Edited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 10:06 PM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 08:29 AM (IST)
Chhat 2020: दिल्ली की कॉलोनियों में खूब सुनाई दे रहे हैं छठी मईया के गीत
दिल्ली के विभिन्न जगहों पर बने छठ घाटों पर जुटे श्रद्धालु।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : सुगवा के मरबो धनुष से..., बाट जे पूछे ले बटोहिया..., पहिले पहिल, छठी मईया व्रत तोहार..., पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहार, करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार...। बिहार व उत्तर प्रदेश के पूर्वाचल में छठ पर्व के अवसर पर गाए जाने वाले ये गीत राजधानी के पुरबिया बहुल इलाकों में पिछले कई दिनों से सुनाई दे रहे हैं। इस बार भी बाजार में छठ पर कई नए गीत आए हैं, बावजूद इसके पुराने गीत अधिक पसंद किए जा रहे हैं।

छठ पर्व के दौरान भोजपुरी गानों की मांग बढ़ जाती है। उत्तम नगर के ओम विहार फेज एक से पांच तक, मनसा राम पार्क सहित एक दर्जन से अधिक अनधिकृत व नियमित कालोनियां हैं, इसके अलावा जय विहार, बापरौला विहार, महावीर एंक्लेव, राजनगर, कुवंर सिंह नगर व नजफगढ़ के कालोनियों में छठ के गीत बजने लगे हैं। लोग तड़क भड़क से ज्यादा पारम्परिक गीतों को पंसद कर रहे हैं। मधु विहार निवासी ब्रजेश कुमार सिंह कहते हैं कि शारदा सिन्हा के पुराने गानों का विशेष महत्व है। इनका कोई तोड़ नहीं। छठ के गीत से माहौल भक्तिमय हो जाता है। लोगों के घर पर तो नहाय खाय के दिन से ही गाने बजने लगते हैं।

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