बांग्लादेश की सीमा के गांव में बैठकर कर रहे दिल्ली के लोगों से ठगी, कमीशन पर ले रखा बैंक एकाउंट
ठगों ने उनसे एप इंस्टाल कराकर उनके मोबाइल को हैक कर लिया था। अहसास होने पर ठगी से बचने के लिए उन्होंने अपने बैंक खाते से रुपयों की निकासी ब्लाक कराने के लिए आनलाइन टोल फ्री नंबर की तलाश की थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मोबाइल की सिम बंद होने की चेतावनी का झूठा मैसेज भेज कर लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले गिरोह के एक सदस्य को पूर्वी जिला पुलिस ने बांग्लादेश की सीमा पर स्थित बंगाल के गांव टिकटिकीपाड़ा से गिरफ्तार किया है। आरोपित मसूद राणा ठगी की रकम अपने बैंक खाते में मंगवाता था और उसके लिए ठगों से दस फीसद कमीशन लेता था।
पुलिस उपायुक्त प्रियंका कश्यप ने बताया कि बीती चार अगस्त को मयूर विहार एक्सटेंशन स्थित ईस्ट एंड अपार्टमेंट में रहने वाले सत्यवती कालेज के प्रोफेसर अजीत झा से दो लाख रुपये की ठगी हुई थी। ठगों ने पहले उनके मोबाइल फोन पर एक नंबर लिखा मैसेज भेजा था। उसमें चेतावनी दी थी कि इस नंबर पर काल नहीं किया तो सिम बंद हो जाएगी।
उस नंबर पर काल करने पर ठगों ने उनसे एप इंस्टाल कराकर उनके मोबाइल को हैक कर लिया था। अहसास होने पर ठगी से बचने के लिए उन्होंने अपने बैंक खाते से रुपयों की निकासी ब्लाक कराने के लिए आनलाइन टोल फ्री नंबर की तलाश की थी। बैंक के नाम से जो नंबर उनके हाथ लगा, उस पर काल करने पर व्यक्ति ने एक वेबसाइट के बारे में बताया। सलाह दी कि वह उस वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराएं।
उन्होंने उस पर शिकायत दर्ज कराने के साथ कई महत्वपूर्ण जानकारी दर्ज कर दी थी। उसके बाद ठगों ने उनके बैंक खाते से रुपये निकाल कर किसी दूसरे बैंक खाते में जमा करा दिए। पीडि़त की शिकायत पर जांच जिला साइबर सेल के एसआइ सतीश ¨सह को सौंपी गई। जांच में मालूम हुआ कि ठगी की रकम कैनरा बैंक के एक खाते में जमा हुई है, जोकि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के गांव टिकटिकीपाड़ा के रहने वाले मसूद राणा सरकार के नाम पर है। वहां से उसे गिरफ्तार कर लिया।